केंद्र सरकार ने की खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 83 प्रतिशत तक की वृद्धि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सीजन 2020-21 के लिए सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2020-21 के लिए खरीफ फसलों की एमएसपी में वृद्धि की है। ताकि उत्पादकों के लिए उनकी उपज के पारिश्रमिक मूल्य को सुनिश्चित किया जा सके।
एमएसपी में उच्चतम वृद्धि नाइजरसीड 755 रुपये प्रति क्विंटल और उसके पश्चात तिल 370 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द 300 रुपये प्रति क्विंटल और कपास (लंबा रेशा) 275 रुपये प्रति क्विंटल प्रस्तावित है। पारिश्रमिक में अंतर का उद्देश्य फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देना है।
मंत्रिमंडलीय समिति ने 2020-21 के लिए 14 खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 50 से 83 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। अब 2020-21 के लिए धान का एमएसपी बढ़ाकर 1868 रूपये क्विंटल, ज्वार हाइब्रिड का एमएसपी बढ़ाकर 2620 रुपये क्विंटल, बाजरा का एमएसपी बढ़ाकर 2150 रुपये क्विंटल कर दिया है।
इसी तरह रागी का एमएसपी बढ़ाकर 3,295 रुपये क्विंटल, मक्का का एमएसपी बढ़ाकर 1,850 रुपये क्विंटल, तूर (अरहर) का एमएसपी बढ़ाकर 6,000 रुपये क्विंटल, मूँग का एमएसपी बढ़ाकर 7,196 रुपये क्विंटल, उड़द का एमएसपी बढ़ाकर 6,000 रुपये क्विंटल, मूंगफली का एमएसपी बढ़ाकर 5,275 रुपये क्विंटल कर दिया गया है।