मोदी सरकार का किसानों को तोहफा, एमएसपी में की 6 प्रतिशत तक की वृद्धि

राज्यसभा में मोदी सरकार द्वारा पेश किये गए कृषि विधेयकों पर मचे बवाल के बाद आज कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने एमएसपी बढ़ाने की घोषणा की।

नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि देश में एमएसपी पर खरीद हो रही थी, हो रही है और होती रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वामीनाथन रिकमेंडेशन को स्वीकार करके एमएसपी को डेढ़ गुना बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अभी तक 10.19 करोड़ किसान परिवारों को लगभग 94,000 करोड़ रूपए और कोविड-19 महामारी के दौरान, 24 मार्च 2020 से अब तक 41,086 करोड़ रूपए किसान परिवारों के खातों में डाले गए।

नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों के हित में मोदी सरकार ने एक और निर्णय लेते हुए रबी विपणन वर्ष 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है। जिसे आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने दे दी मंजूरी है। किसानों को लागत मूल्य पर 106 प्रतिशत तक लाभ होगा।

गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। गेहूं के समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 106 प्रतिशत का मुनाफा।

चना का समर्थन मूल्य 5100 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। चना के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 78 प्रतिशत का मुनाफा।

जौ का समर्थन मूल्य 1600 रूपए प्रति क्विंटल घोषित।जौ के समर्थन मूल्य में 75 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 65 प्रतिशत का मुनाफा।

मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। मसूर के समर्थन मूल्य में 300 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि समर्थन मूल्य में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 78 प्रतिशत का मुनाफा।

सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य 4650 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। सरसों एवं रेपसीड के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 93 प्रतिशत का मुनाफा

कुसुम्भ का समर्थन मूल्य 5327 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। कुसुम्भ के समर्थन मूल्य में 112 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 50 प्रतिशत का मुनाफा।

वर्ष 2013-2014 में गेहूं की एमएसपी 1400 रुपये थी, जो 2020-2021 में बढ़कर 1975 रुपये हो गई। यानि एमएसपी में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

2013-2014 में धान की एमएसपी 1310 रुपये थी, जो 2020-2021 में बढ़कर 1868 रुपये हो गई। यानि एमएसपी में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

2013-2014 में इसकी एमएसपी 2950 रुपये थी, जो 2020-21 में बढ़कर 5100 रुपये हो गई। यानि एमएसपी में 73 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

2013-2014 में उड़द की एमएसपी 4300 रुपये थी, जो 2020-21 में बढ़कर 6000 रुपये हो गई। यानि एमएसपी में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

साल 2013-14 में मूंग की एमएसपी 4500 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 7196 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

साल 2013-14 में अरहर की एमएसपी 4300 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 6000 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

साल 2013-14 में सरसों की एमएसपी 3050 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 4650 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 52 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

साल 2013-14 में चना की एमएसपी 3100 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 5100 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

साल 2013-14 में मूंगफली की एमएसपी 4000 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 5275 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।