नारी दिवस: गौरी शंकर वैश्य

नारी दिवस
वर्ष में एक दिन
क्यों नहीं नित्य

कर्मठ नारी
घर की उजियारी
कभी न हारी

आज की नारी
सब पर है भारी
नहीं बेचारी

मंगलगान
नर-नारी समान
देना है मान

घर-दफ्तर
समान भागीदारी
धन्य है नारी

राष्ट्र की धुरी
समाज का आधार
नारी संसार

न पनघट
न साड़ी न घूंघट
दूर झंझट

सशक्त नारी
जागरूक समाज
वांछित आज

सोचो विचारो
भ्रूण कन्या न मारो
देश सँवारो

जन्मदायिनी
माँ की ममता-शक्ति
अभिनंदनीय

गौरीशंकर वैश्य विनम्र
117 आदिलनगर, विकासनगर,
लखनऊ, उत्तर प्रदेश- 226022
संपर्क- 09956087585