कदम बढ़ा कर देख: जयलाल कलेत

सहम-सहम कर सही ऐ जिंदगी,
तू एक कदम बढ़ा कर देख,
मुश्किलें चारों ओर हैं
बस आखरी कदम बढ़ा कर देख

मंजिल के करीब हैं
गहरी सांसें लेकर देख,
पिछे कभी न लौट,
एक कदम आगे बढ़ा कर देख

जुनून को जुनून रहने दें,
हौसला आजमा कर देख,
जीता हर हारने वाला,
इतिहास पलटकर देख

क्या पता इस कशमकश का,
इम्तिहान दे कर देख,
रेस में कई पीछे भी है,
हौसला जुटाकर देख

जयलाल कलेत
रायगढ़, छत्तीसगढ़