स्वास्थ्य कर्मियों को काम के बोझ से मिले राहत: स्वास्थ्य विभाग में हो नियमित पदों पर भर्ती

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मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि कोविड-19 कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग का अमला डॉक्टर, बीडीएस लैब टेक्नीशियन, लैब अस्सिटेंट, स्टाफ, नर्स एएनएम, डाटा ऑपरेटर, सर्पोटिंग स्टाफ ड्राईवर आदि विगत 15 माह से बिना किसी अवकाश के निरंतर मानवता की सेवा में लगे हुए हैं।

वर्तमान में कोरोना महामारी का संक्रमण पिछले दौर से कई गुना अधिक है तथा जिसके मुकाबले प्रदेश का स्वास्थ्य अमला बहुत कम है। विभाग में आज भी सैकडों पद रिक्त पड़े हैं। भर्ती न होने से जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र, उपस्वास्थ केन्द्रों में कार्यरत अमले के ऊपर कार्य का अधिक बोझ बढ रहा है तथा स्वास्थ्य कर्मी मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं।

संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, गोविन्द विल्थरे,आलोक अग्निहोत्री, बृजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डे, यूएस करौसिया, अमित नामदेव, आशीष सक्सेना, राजेश गुर्जर, सुधीर खरे, बृजेश ठाकुर, तपन मोदी, नितिन श्रृंगी, राकेश सुनमोरिया, धीरज कुरील, एआई मंसूरी, राजेन्द्र श्रीवास्तव, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, मिलन्द बरकडे, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, महेश कोरी आदि ने मुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव को ई-मेल भेजकर कर मांग की है कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में रिक्त नियमित पदों पर डॉक्टर, बीडीएस लैब टेक्नीसीयन, लैब असिटेन्ट, स्टाफ, नर्स, एएनएम, डाटा ऑपरेटर, सर्पोटिंग स्टाफ, ड्राईवर की भर्ती की जाये, जिससे बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होगा, वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं में भी वृद्धि होगी।