एमपी की विद्युत कंपनियों के निजीकरण के विरोध में आरपार की लड़ाई के मूड में संयुक्त मोर्चा

against privatization of MP power companies

मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों के निजीकरण के विरोध में गठित किये गए विभिन्न कर्मचारी संगठनों का संयुक्त मोर्चा कर्मचारियों की वर्षों से लंबित मांगों और विद्युत वितरण कंपनियों के निजीकरण के खिलाफ आरपार की लड़ाई के मूड में नज़र आ रहा है।

विद्युत निजीकरण विरोधी संयुक्त मोर्चा ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हित में लड़ाई का आग़ाज़ करते हुए जबलपुर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर डिप्टी कलेक्टर दीपाश्री गुप्ता को ज्ञापन पत्र सौंपा गया।

संयुक्त मोर्चा ने ज्ञापन में तीन मांग की है। जिसमें विद्युत कंपनियों का निजीकरण ना किया जाए। संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए तथा ठेका श्रमिकों का विद्युत कंपनियों में संविलियन किया जाए।

इस दौरान हरेंद्र श्रीवास्तव, रमेश रजक, मोहन दुबे, अशोक जैन, जितेन कुमार संत, विजय जैन, राजेश जैन, राकेश, रमन रैकवार, हरि सिंह मरावी, एसके सचदेवा, विष्णु डेहरिया, रोहित करण, हरिओम, आशीष विश्वकर्मा, वीरेंद्र रोहिताश, अनिल दुबे, विकास ठाकुर, सुरेश पटेल आदि उपस्थित रहे।