सफल हुआ WCRMS का प्रयास, पमरे के भोपाल में बनेगा जोनल ट्रेनिंग सेन्टर

पश्चिम मध्य रेलवे के रेल कर्मचारियों की रेल उत्पादन में वृद्धि व कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण हेतु भुसावल, उदयपुर आदि स्थानों पर स्थित ट्रेनिंग सेन्टरों में जाना पडता है। उक्त पीड़ा को दूर करने के लिये एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष व संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर ने विभिन्न स्तरों की बैठकों में पमरे में अपना सर्वसुविधायुक्त आधुनिक जोनल ट्रेनिंग सेन्टर खोलने की मांग की थी।

संघ के महामंत्री अशोक शर्मा व संघ प्रवक्ता एवं संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि संघ की मांग पर रेल प्रशासन ने पमरे का सर्वसुविधायुक्त आधुनिक ट्रेनिंग सेन्टर बनाने का कार्य भोपाल में आरंभ कर दिया है। साथ ही तीन मंडल स्तरीय ट्रेनिंग सेन्टर बनाने की भी स्वीकृति मिल गई है। जिससे जबलपुर मंडल का नई कटनी जंक्शन में, कोटा मंडल का कोटा में व भोपाल मंडल का हबीबगंज में मंडलीय स्तर का ट्रेनिंग सेन्टर बनाने का भी रास्ता साफ हो गया है।

इन ट्रेनिंग सेन्टरो में इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, परिचालन, विद्युत भंडार, अकाउंट, कार्मिक, वाणिज्य, संरक्षा, सुरक्षा, संकेत व दूरसंचार समेत सभी विभागों के रेल कर्मचारियो को प्रशिक्षण मिलेगा। ट्रेनिंग सेन्टरों स्मार्ट क्लास रूम प्रोजेक्टर, सेमुलेटर्स, स्पोर्टस् गतिविधियाँ, कल्चरल एक्टीविटी योगा सेन्टर, आधुनिक फर्नीचर्स, हॉस्टल मेस, पुस्तकालय आदि की सुविधा रहेगी।

इसके साथ ही प्वांइट्समैन शंटिंग मास्टर, लाइनमेन, कीमैन, टेक्नीशियन, सुपरवाईजर्स, लोको पायलट, ट्रेड अपरेंटिस स्टॉफ , जूनियर व सीनियर इंजीनियर्स, वाणिज्य लिपिक, ऑफिस स्टॉफ समेत सभी रेल कर्मचारियों को इनिशियल कोर्स, रिफेशर कोर्स, प्रमोशनल कोर्स, प्री प्रमोशनल कोर्स वोकेशनल कोर्स का प्रशिक्षण इन केन्द्रों में दिया जायेगा।

वर्तमान में पश्चिम मध्य रेलवे में जबलपुर, एनकेजे, इटारसी, भोपाल, कोटा, तुगलकाबाद में वसिक ट्रेनिंग सेन्टर्स, एनकेजे में डीजल ट्रेक्शन ट्रेनिंग सेन्टर, कोटा, भोपाल, जबलपुर में एरिया ट्रेनिंग सेन्टर्स व डिवीजनल ट्रेनिंग सेन्टर्स समेत कई छोटे-मध्यम स्तर के प्रशिक्षण संस्थान संचालित हैं।