भारत फिर से चुना गया चार वर्षों के लिए आईटीयू का सदस्य

भारत अगले 4 वर्षों की अवधि (2019-2022) के लिए पुनः अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) परिषद का सदस्य चुना गया है। परिषद के चुनाव दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे आईटीयू परिपूर्णता सम्मेलन 2018 के दौरान आयोजित किए गए। जिसमें भारत 165 वोट प्राप्त करके एशिया-आस्ट्रेलिया क्षेत्र से परिषद के लिए चुने गए 13 देशों में तीसरे स्थान पर रहा और वैश्विक रूप से परिषद के लिए चुने गए 48 देशों में इसका स्थान 8वां रहा। आईटीयू के 193 सदस्य देश हैं जो परिषद में प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं।
इस प्रगति पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने कहा कि हम एक बार फिर आईटीयू परिषद में भारत को सदस्य के रूप में देखकर बहुत खुश हैं। यह वैश्विक स्तर पर संचार और आईसीटी के क्षेत्र में हमारे देश द्वारा निभाई गई भूमिका की मान्यता है। भारत 1869 से आईटीयू का सक्रिय सदस्य रहा है, जो वैश्विक समुदाय देशों में संचार के विकास और प्रचार का गंभीरतापूर्वक समर्थन करता है। भारत 1952 से आईटीयू परिषद का नियमित सदस्य रहा है और इस क्षेत्र के सदस्य देशों के योगदान को सुसंगत बनाने में इसने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत ने हमेशा समानता और सर्वसम्मति निर्माण के सिद्धांतों का आदर किया है। मनोज सिन्हा ने कहा कि विश्व को एक राष्ट्र और ज्ञान पूर्ण समाज के रूप में समझने के लिए भारत आईटीयू के स्वप्न और विजन को साझा करता है। आईटीयू के साथ हमारी मजबूत साझेदारी नई दिल्ली में आईटीयू दक्षिण एशिया क्षेत्र कार्यालय और प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र की स्थापना के अभी हाल में लिये गए आईटीयू के निर्णय से दिखाई देती है। हमारा लक्ष्य इस केंद्र को जनवरी 2019 तक चालू करने का है।

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