Yearly Archives: 2018
कहीं आज तो कहीं कल मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व देश मे कहीं आज तो कहीं कल मनाया जाएगा। पौराणिक...
फेसबुक वॉच हुआ लांच, वीडियो अपलोड कर कमा सकेंगे पैसे
अब फेसबुक यूजर्स फेसबुक के जरिये पैसा भी कमा सकेंगे। फेसबुक ने अपने वीडियो प्लेटफॉर्म फेसबुक वॉच को दुनियाभर के लिए लांच कर दिया...
चौदहवें दिन भारत के खाते में आये 2 गोल्ड मेडल
18वें एशियाई खेलों के चौदहवें दिन भारत ने दो गोल्ड मेडल जीते। भारत को मुक्केबाजी और ब्रिज में गोल्ड मेडल प्राप्त हुए। भारतीय मुक्केबाज...
अब एक नहीं तीन या पाँच साल के लिए कराना होगा वाहन बीमा
अब नये चार पहिया व दो पहिया वाहन खरीदने वालों को एक नहीं तीन या पाँच साल के लिए वाहन बीमा कराना होगा। इसके...
एशियाई खेलों के महिला हॉकी मुकाबले में भारत को सिल्वर मेडल
18वें एशियाई खेलों के तेरहवें दिन भारत और जापान के बीच खेले गए महिला हॉकी के फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम को...
भारत की विकास दर में आया उछाल, 8.2 प्रतिशत पहुंची जीडीपी
देश की अर्थव्यस्था में तेजी से उछाल आया है। इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 प्रतिशत दर्ज की गई है।...
तेरहवें दिन सेलिंग में भारत को तीन पदक
18वें एशियाई खेलों में आज भारत की वर्षा गौतम और श्वेता शेरवेगर ने महिलाओं की 49 एफ एक्स सेलिंग इवेंट में 44 अंकों के...
संतान की दीर्घायु के लिए हलषष्ठी व्रत का है विशेष महत्व
भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की षष्ठी को महिलायें संतान की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं। जिसे ललही छठ, हलषष्ठी, हरछठ अथवा हल छठ...
रुक्मिणी-राधा- श्वेता राय
रुक्मिणी राधा
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सुन लो सुनलो प्यारों सुन लो, अप्रतिम कथा पुरानी है|
रीत प्रीत का ज्ञान मिलेगा, ऐसी उसकी वाणी है||
पल पल जिससे पावन होगा,...
एशियाई खेलों के बारहवें दिन आये दो स्वर्ण सहित पांच मेडल
एशियाई खेलों के बारहवें दिन भारत के जिनसन जानसन ने 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। वहीं भारत की चार गुणा 400 मीटर...
11वें दिन दो गोल्ड मेडल आये भारत की झोली में
18वें एशियाई खेलों के ग्यारहवें दिन बुधवार को भारत की स्वप्ना बर्मन ने हेप्टाथलाॅन में गोल्ड मेडल जीता। वहीं इससे पहले अरपिंदर सिंह...
पूछो मत कैसे खुद को संभाला है- रुचि शाही
जब सब कुछ गया बिखर-बिखर
पूछो मत खुद को कैसे संभाला है
कहाँ ढूँढ़ती अपनी जख्मों को मरहम
सब निकले जब निष्ठूर निमर्म
बस खुद को ही धीर...