Daily Archives: Jan 6, 2019
आज पलकें नम हमारी- अनुराधा पाण्डेय
चाह कर भी रुक न पाई,आज पलकें नम हमारी....
पी गयी अपमान हँसकर,जो दिया जग ने हृदय पर।
वक्त के हाथों लुटी मैं, ढह गई पूरी...
तेरे मेरे जो दरम्यां थी- सुरजीत तरुणा
वो जो रात थी
कुछ खास थी
तेरे मेरे जो दरम्यां थी
वो किस्से बन
दबी ज़ुबाँ से
अब सबकी ज़ुबाँ पे थी
वो राहें
जो हमक़दम थी
अना का हाथ पकड़
जुदा...