Wednesday, October 23, 2024

Daily Archives: Feb 10, 2019

वासंती दोहे- स्नेहलता नीर

फूले टेसू-मोगरा, फूल गयी कचनार। गेंदा चंपा खिल गये, फूला हरसिंगार।। बेला, जूही, केतकी, फूले लाल गुलाब। फूल गयी गुलदाउदी, दिल में जागे ख़्वाब।। सेंवल सरसों भी खिले,...

एक अंधा और उसका अंधेरा- कुमारी अर्चना

गाड़ी में बड़ी भीड़ थी आदमी ऊपर था या नीचे इतना पता करने का किसी के पास फुर्सत ना थी बस की सीट चाहिए थी विक्लांग की सीट खाली...

प्रार्थना है लेखनी को विमल कर, नव धार दे दो- स्नेहलता नीर

मात् वीणा-पाणि हमको ज्ञान का उपहार दे दो प्रार्थना है लेखनी को विमल कर, नव धार दे दो वेदना है हर हृदय में, कंठ रोदन से...

माँ शारदे, माँ शारदे- कुंवर उदय

माँ शारदे माँ शारदे, माँ शारदे माँ शारदे छा रहा सब जग अंधेरा, मां तमस से तार दे, शारदे माँ शारदे... कर उज़ाला भर उज़ाला, माँ तेरा उपकार दे, शारदे मां...

बसंत- श्वेता राय

आसमान बरसा रहा है प्रेमखिलखिला रही है दूबखोल पट मिट्टी का सुनो!मेरे रूठे प्रेमी! तुम भी बढ़ाओतपिश अपने प्रेम कीकि शिशिर से सुसुप्त पड़ा हमारा साथ बौरा...

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