Monthly Archives: February, 2020
याद रहेगी वीरों की कुर्बानी- डॉ उमेश कुमार राठी
जान गवाँये पूत हमारे खूनी बारिश में
मौन हुये कुछ वीर दुलारे खूनी बारिश में
सचमुच थे सारे बलिदानी
खून बहाये जैसे पानी
याद रहेगी देश धरा को
इन...
हुनर हाट देखने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, लिया लिट्टी चोखा का स्वाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज नई दिल्ली के इंडिया गेट लॉन में आयोजित हुनर हाट को देखने पहुंचे। उन्होंने हुनर हाट में देशभर से भाग...
सम्मिलित भूवैज्ञानिक (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 के परिणाम घोषित
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा 19 जनवरी को आयोजित सम्मिलित भूवैज्ञानिक (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 के परिणामों की घोषणा कर दी गई है। यह परिणाम...
1 अप्रैल से पूरे देश में लागू होगा बीएस-VI
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज मंत्रालय तथा सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारी बैठक की। उन्होंने...
नौकरी छूटने के बाद एक महीने तक बेरोजगार रहने पर बिना दस्तावेज निकाल सकेंगे पीएफ
नौकरी छूटने के बाद कर्मचारी तनाव में आ जाते हैं कि आगे खर्च कैसे चलेगा। दूसरी नौकरी मिलने तक महीने का खर्च चलाना मुश्किल...
भूजल के प्रबंधन के लिए विश्व बैंक देगा 450 मिलियन डॉलर का ऋण
भारत सरकार और विश्व बैंक ने 450 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसका मुख्य उद्देश्य देश में भूजल के घटते स्तर...
रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान का नाम अब होगा मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान
सरकार ने फैसला किया है कि रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान का नाम बदलकर मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान किया जाए। यह...
शंख बजाता सूरज- राजीव कुमार झा
यहाँ क्षितिज से कितनी खुशियों की मोती को समेटकर
कितने उत्साह से उछाल लेती लहरें
फिर वापस अपने घर लौट जाती हैं
दोपहर के कोलाहल में दुनिया...
है प्रेम अपना- स्नेहलता नीर
हर शय बनी है ऐसे,
जैसे कि हों शरारे।
गर्दिश में फँस गए हैं,
तकदीर के सितारे।
है प्रेम अपना गंगा,
दो तट सनम हैं हम तुम,
कैसे मिलेंगे बोलो,
नदिया...
नेता- रकमिश सुल्तानपुरी
जनता का करे मोल भाव वही नेता है
झूठ का पकाता जो पुलाव वही नेता है
गाँवों के आसपास गड्ढे खुदवाता पर
भरता है ख़ुद का तलाव...
बहना के लिए- राजन गुप्ता जिगर
सूना होगा घर का आंगन
दीवारें भी रूठने वाली है
आज नहीं तो कल सोन चिरैया
यहां से जाने वाली है
घर का आंगन, बैठक और
मंदिर भी है...
महक जाए आँगन प्रीत से-मनोज कुमार
प्यार को कौन सा मुक़ाम दूँ,
तुम मेरी हो और क्या नाम दूँ,
सर्वस्व दिया है साँसों के साथ
और प्यार का गुलाब क्या दूँ,
महसूस हो तुमको...