Daily Archives: Mar 9, 2020
प्रीत के निष्पंक साथी- कृष्णदेव चतुर्वेदी
प्रीत के निष्पंक साथी
बोल लो निस्पृह वाणी
चक्षुओं से बह रहा है
प्रश्न करता नेह-पानी
सींच कर उसर हृदय को
उर्वरा करने की ठानी
मेघरानी ले के पावस
आज बरसी...
यह आकाश- राजीव कुमार
यह आकाश है
रात का आकाश रंगबिरंगी रोशनी से भरा
कितना खामोश हो गया
थोड़ी देर पहले तुमने पुकारा
शाम ने अपना घुँघट हटाया
चाँद बादल को पास बुलाता...
प्यार का यह संगम- संजू वर्मा
चाहत तो थी
बस एक बेटा जनने की
पर यह नासपीटा भगवान सुने तब ना
सुनता तो क्यों एक पर एक दो बेटियां होती कहते-कहते रमा की...
कवि की हर वो परिस्थिति जो उसे स्पंदित करे, कविता हो जाती है- डॉ भावना
डॉ भावना सिर्फ बिहार ही नहीं आज देश की जानी-मानी कवयित्री हैं। उनका लेखन उनके पाठकों को खासा प्रभावित करता है। उनकी रचनाएं देश...