Tuesday, October 22, 2024

Monthly Archives: March, 2020

चोर रास्ता- जसवीर त्यागी

राजा बहुत शक्तिशाली था उसके पास घातक हथियार थे लड़ाका सेनाएँ थीं मंत्रीगण और दूरदर्शी सलाहकार थे धन-सम्पदा के भंडार अपार थे राजा किसी का भी मान-मर्दन करने से पीछे...

तेरे शहर में- रोहताश वर्मा

तेरे शहर में कदम रखने आएँगें। तू डर मत बस ग़म रखने आएँगें। तूने देखी है मदहोशी बस हमारी, अब देख आँखें नम रखने आएँगें। चलती है ठण्डी...

तुम्हारे इंतजार में- शिवम मिश्रा

सुनो, गुलाब की पंखुड़ियों को तरह जो ज़रा सा मुस्कुराती हो न लगता है जैसे फिज़ा में किसी ने ख़ुशबू बिखेर दिया हो। आओ बैठो पास...

गर पता होता कि- शैली अग्रवाल

गर पता होता कि तुम शौकीन-ए-शब्द हो, तो हम हुस्न-ए-किताब बन जाते पढ़ लेते तुम हमें, तो तेरी आखों की नींद बन जाते 🔹 🔸 🔹 कुछ अरमान अभी बाकी...

बदल देना है मुझको- अनामिका वैश्य आईना

बदल देना है मुझको अब नजारें इन निगाहों के मुसाफ़िर बदलने हैं मुझे अब जीवन की राहों के पढ़ो आँखें कुछ तो समझो सजा दो माँग...

देश में बढ़ेंगे मोबाइल के दाम, जीएसटी दर में हुआ बदलाव

जीएसटी परिषद की 39वीं बैठक असज वित्त मंत्री और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में...

कहर ढ़ा रहा है कोरोना- वीरेन्द्र तोमर

कहर ढ़ा रहा है कोरोना फैली मारा-मारी कोरोना दुनिया की बीमारी साधु-संत मिल हवन कर रहे, पड़ी चिकित्सा भारी सभी देश उपचार को खोजें, कैसे दूर करे बीमारी कोरोना दुनिया की...

कोरोना राष्ट्रीय आपदा घोषित

केंद्र सरकार ने कोरोना को भारत की राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। साथ ही गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि कोरोना वायरस...

कोरोना का उपचार है तुलसी- वीरेन्द्र तोमर

कोरोना से हाहाकार मचा है लोग कहें ला-इलाज है कोरोना का उपचार है तुलसी सारी दुनिया जा रही झुलसी विष्णु की अनन्य प्रिया, सर्व रोगो का उपचार हो मिथक तोड़ती...

दो मुक्तक- ओशो नीलांनचल

एक किरदार की मीनार गिरी है कोई बामो-दर हिल उठे दीवार गिरी है कोई दौरे-जमहूर ने जिस वक़्त भी पलटा खाया इंक़लाब आया है, सरकार गिरी है...

मैं जानता हूँ- अमित कुमार मल्ल

मैं जानता हूँ जून की दोपहरी में बहती लू में कलियाँ नहीं मुस्कराती जानता हूँ मैं भागते  भागते थक कर जिस दीवार पर टेक ली उसी के खंजरों ने छुरा घोंपा था लिपटते...

एक कप कॉफी- किरण मिश्रा

बस तुम्हारी मौजूदगी, ठहरा सा वक्त, हाथों में ले हाथ, मुस्कुराते लब, नैनों से नैनों की तकरार, कुछ सुनाने को बेताब धड़कनें, मचलती गरम साँसों. का आमना सामना, सिहरते जज़्बातों का आदान-प्रदान, पलकों से पलकों...

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