Monthly Archives: March, 2020
मास्क और सैनिटाइजर नहीं बेच सकेंगे मनमाने दाम पर, आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत आये दोनों
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में उछाल आया है। इनकी बिक्री बढ़ने से कंपनी से...
शक्ति- रजनी शाह
मैं वह पौधा हूँ जीवन का
कि कहीं से उखाड़कर
कहीं लगा दो पर
फिर से लहलहाता पेड़ बन जाऊँगी
देश की कोई सीमा
मुझे आसमां छूने से नहीं...
मन- किरण सिंह
क्यों बेचैन मन
क्या चाहिए उसे
शायद शिकायत है
उसे
स्वयं से ही
इसी लिए असंतुष्ट
भटकता रहता है
इत उत
लक्ष्य विहीन
मन
मन
देखता है
स्वर्ण पिंजर में
कैद पक्षियों को
और तुलना करता है
वेफिक्र उड़ते...
मप्र में कोरोना को लेकर हाई अलर्ट, सभी स्कूलों के अवकाश घोषित
कोरोना वायरस को लेकर मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्टी घोषित...
केंद्र सरकार ने बदला वेतन बढ़ाने का फार्मूला, हर 6 माह बढ़ेगा वेतन
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों एवं पेंशनधारियों को बढ़े हुए मंहगाई भत्ते की सौगात देने के साथ ही डीए की गणना का फार्मूला भी...
केंद्रीय कर्मचारियों को मोदी सरकार की सौग़ात, बढ़ा डीए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। बैठक में केंद्रीय...
कोरोना वायरस को लेकर भ्रांतियों से बचे, डब्लूएचओ ने शेयर की जानकारी
जैसे-जैसे कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इसे लेकर भ्रांतियां भी फैल रही हैं। कोरोना को महामारी घोषित करने के साथ ही...
बिखर गए- शुभम शहजादा
पहले हवाला देते थे वफा का,
क्या हुआ यू कैसे बदल गए
तुमने तीर चलाया तो कोई बात नहीं,
हमने ज़ख्म दिखाये तो बुरा मान गए
अब लाओ...
कितने मासूम- डॉ कविता माथुर
कितने मासूम थे साये, कि शक़ हुआ न कभी
पसीने में यूँ नहाये, कि शक़ हुआ न कभी
खुशामदीद थे बे-इंतहा सूरत पे मिरी
कशीदे खूँ से...
बम भोले- वर्तिका
बम भोले की नगरी में
हर कण में शिव महेश्वर हैं
नागेंद्र वही योगेंद्र वही,
करते ध्यान निरंतर हैं
बगड़ बम ब बम के उद्घोष में
विराजे अमृतेश्वर हैं
नटेश्वर...
फागुन मास- किरण मिश्रा
फागुन मास पिया नहीं पास
प्रेम-प्यार सब...लगे बकवास
किस संग खेलूँ प्रीति की होली
वैरी लागे सब हमजोल
कंगन-बिछिया पायल बोली
पिय बिन अधूरा सब श्रृंगार
प्रेम-प्यार सब...लगे बकवास
गीत मादकता...
मुझे नहीं मालूम- विभा परमार
मुझे नहीं मालूम
अब तक मेरे हिस्से क्या आया
मैंने तो ये देखा है कि
जब से घर से निकली हूँ ना, तब से लेकर आज तक
चलती...