Daily Archives: Apr 22, 2020
मैं डॉक्टर हूँ- गरिमा राकेश गौतम
कर्तव्य पथ पर खड़ा
सेवा का व्रत हें लिया
दिन रात ना मैंने देखा
मैं एक डॉक्टर हूँ
जान हथेली पर लेकर
मर्ज तुम्हारा छूता हूँ।
हिन्दु-मुस्लिम सिक्ख-ईसाई से परें
इलाज...
हौसला अपना- सुनील माहेश्वरी
अपने मनोबल को इतना सशक्त कर,
कठिनाई भी आने से न जाए डर,
आत्मविश्वास रहे तेरा हमसफर,
बड़े-बड़े कष्ट न डाल पाएं कोई असर।
हौसला अपना बुलंद कर...
हे माँ- सिंधु मिश्र
हे माँ!
क्या माँ शब्द तेरे लिए
सिर्फ एक शब्द है
क्या नही जानती तू
इसका अर्थ
मर्म,ममता,मानवी और अपनत्व-
इन गुणों से भरा है माँ
क्या हुआ जो तेरी मांग...
अम्बर प्यार लुटाता है- कुमारी स्मृति कुमकुम
जब बून्द तरसती है धरती, अम्बर प्यार लुटाता है,
अंधियारी काली रातों में, पवन वेग बढ़ जाता है,
टूट टूट कर शाखों से जब, पत्ते भी...
कर्मयोगी- वीरेन्द्र तोमर
खुशी पिता को होती है
जब जन्म पुत्र का होता है
बेटे को महान बनाने की,
अभिलाषा लेकर जीता है
नाना प्रकार की मांगो को,
ला कर बेटे को...
वही ख्वाब हूँ मैं- रूची शाही
तूने जिसे तोड़कर है फेंका, वही तो ख्वाब हूँ मैं
दर्द भी हद से ज़्यादा हूँ मैं, अश्क भी बेहिसाब हूँ मैं
तेरी बेरुखी को सह...
सुहागनी रंग- निधि भार्गव
तेरे साथ की तमन्ना करते करते
न जाने कितने सफ़र
अकेले तय कर चुकी हूं मैं
कितनी ही सुबहों को रातों की
ये बैचेनियां सौंपी है मैंने
खुशनुमा उजालों...