Daily Archives: May 14, 2020
आर्थिक पैकेज के दूसरे में चरण में प्रवासी मज़दूरों, किसानों, छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों के लिए घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई को 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक और व्यापक पैकेज की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने...
मटका- अन्नपूर्णा देवांगन
गीली मिट्टी को दे रूप,
कुम्हार ने मटका बनाया था
चाक पर रख कभी,
हाथ से थपकाया था
लकड़ी के डंडे से पीटा भी,
चाक पर कई बार घुमाया...
प्यारी माँ- जयलाल कलेत
जग हैं घनघोर धूप और,
शीतल छाया है माँ
हमारे हरेक सुख दुख का,
अजीज काया है माँ
आज भी नन्हा मुन्ना सा,
तेरा वहीं बच्चा हूँ माँ
धूल से...
आदमी- ममता रथ
खुद तमाशा आजकल
बनने लगा है आदमी
खुद की परछाइयों से अब
डरने लगा है आदमी
टुकड़े कर रहे हैं
हम धर्म और भाषा के
इसलिए नफरतों की भीड़ में
चलने...
स्वप्न- शीतल ठाकुर
पहाड़ों पर रात का नज़ारा
रात को पहाड़ों पे टिमटिमाती लाइट
जुगनू जैसी प्रतीत होती है
लाइटों का बना झुंड
ऐसा लगता है मानो
सारे जुगनू मिल कर कोई...
मिलना जरूरी है- सोनल ओमर
जिस प्रकार मिलने से होती प्रीत पूरी है
उसी तरह मिले बिना बिछड़न भी अधूरी है
बिछड़न को रोकने के लिए ही सही
एक बार मिलना बहुत...
शहीद- गरिमा गौतम
मैं शहीद हूँ
और
मैं नही चाहता हूँ
देश मुझे
नमन करे
वंदन करे
प्रणाम करे
पुष्प अर्पण करे
स्मरण करे
मैं शहीद हूँ
और
मैं चाहता हूँ
उत्सर्ग किया तन को
जिस वतन के लिए
उस वतन...
जब गाँव में- सुरेंद्र सैनी
जब आने लगा था तेरे गाँव में
कुछ छोटे कंकर चुभे थे पाँव में
सफ़र तो बहुतेरा ही लम्बा था,
सोचा थोड़ा सुस्ता लूं छाँव में
लगा था...
ठंडी राख- अनिल मिश्र
मत निकालो मीन तुम और मत निकालो मेख
ज़िंदगी कविता रही है क्यों लिखूँ मैं लेख
भावना प्रतिपल जली है प्रेम को भी बाँटकर
नेह में लिपटी...
तीखा तीर
इकतीस देशों आ रहे
वापस अपने देश
वतन पराया छोड के
कर बन्देमातरम उदघोष
विकसित करो निज देश को
मत जाना कभी विदेश
विदेशी पैसा देश में डालो
-वीरेन्द्र तोमर