Daily Archives: May 26, 2020
एहसास बहुत है- अन्नपूर्णा देवांगन
लिखना चाहती हूँ मैं, पर कलम उदास बहुत है
शब्द मेरे पास नहीं है, मगर एहसास बहुत है
छोड़ा न दामन कभी गम आता ही गया
आयेगी...
भारतीय नारी- राम सेवक वर्मा
क्यों भारत में जलती रहती, सदा सुहागन नारी है
जनमानस क्यों बेसुध रहता, यह कैसी लाचारी है
पुत्र जन्म लेते ही घर में, लहर खुशी की...
लेखकों से निवेदन- अरुण कुमार
सबक मिले, आदर्श लिखो
कुछ ऐसा प्रतिदर्श लिखो
मान बढ़े, सम्मान बढे
गौरव गाथा का गान बढे
डूब मरे, गद्दार है जो
बेशर्मों को धिक्कार लिखो
आचार लिखो, सुविचार लिखो
कुछ तुम भी...
रोटी- सुरेंद्र सैनी
आज कोर्ट में एक अठारह साल के लड़के राम का केस आया। उसने एक दुकान से चोरी की थी। हर कोई बेचैन हो रहा...
कलियुग की करामात- शिवम मिश्रा
धर्म के नाम पर कट रहे सर
अधर्म के नाम का है बोलबाला
लूटी जा रही स्त्रियों की अस्मत
ढाया जा रहा निर्दोष बच्चों पर ज़ुल्म
रक्तरंजित हो...
फुरसत के पल- निधि तिवारी
फुरसत के पल
मिले जो,
तो जीना है बचपन,
करनी है शरारत,
करनी है बदमाशियां,
फुरसत के पल
मिले जो,
तो खुद के लिए तलाशें
कुछ खुशियां
खुद के लिए ढूंढ निकाले
कुछ जिंदगी...
देश के सच्चे रक्षक डॉक्टर- प्रीति चतुर्वेदी
देश के है ये सच्चे रक्षक
कभी नहीं बनते है ये भक्षक
नाम है जिनका संरक्षक
विभिन्न नामों से पुकारते है लोग इन्हें
किसी के लिए प्रभु का...
ज़िन्दगी के दिन- गरिमा गौतम
कभी धूप कभी छाँव,
कभी खुशी, कभी गम में
ऐसे ही निकल गये,
ज़िन्दगी के दिन...
कभी ग्रीष्म की तपन,
कभी शीत की चुभन
कभी सावन की फ़ुहार में
ऐसे ही...
प्रगाढ़ प्रेमी- जसवीर त्यागी
पड़ोस का एक नौजवान लड़का
प्रगाढ़ पशु-प्रेमी है
वह सुबह-शाम
मोबाइल पर बात करता हुआ
अपने पालतू कुत्ते को
पार्क में टहलाने ले जाता है अक्सर
उसका बीमार बाप
बिस्तर पर...