Daily Archives: May 27, 2020
शराबी- जॉनी अहमद
जब पहला घूँट शराब का साथियों संग गटका
जब पहली बार घर लौटने का रास्ता मैं भटका
नशे का पहला बादल जब मेरे सर पे मंडराया
और...
ज़िंदगी में- रामजी त्रिपाठी
इतने सजा लिए हैं व्यवधान ज़िंदगी में
दबे हुए से जी रहे जिंदगी, ज़िंदगी में
सिंदूर की चमक हो, पुत्र की धमक हो
कहने को सब हैं...
नहीं मालूम मुझे- विभा परमार
नहीं मालूम मुझे
कि कल्पनाओं में
जीना कहां तक ठीक है
मगर मैं जीती हूँ
अक्सर,
कल्पनाओं के सागर में
उसकी गहराई को मापने
फ़िर सोचती
आख़िर मेरा मन वास्तविकता से इतना...
तीखा तीर
मजदूरों के अभाव में
मुंबई हो रही परेशान,
मजदूर पलायन कर रहे
अब कौन करेगा काम,
यूपी में काम मिलेगा,
सुन योगी का पैगाम
-वीरेंद्र तोमर
हँसी तुम्हारी- मुकेश चौरसिया
चाँद सितारे, हँसी तुम्हारी।
सभी नजारे, हँसी तुम्हारी।
बहते झरने, झील, समुंदर।
कल कल धारे, हँसी तुम्हारी।
हँसी तुम्हारी, रात चाँदनी।
दिन उजियारे, हँसी तुम्हारी।
घंटी, पूजा, शंख, आरती।
सब जयकारे,...