Monthly Archives: June, 2020
दो जून की रोटियां- सोनल ओमर
घर छोड़ा गाँव छोड़ा
कमाने निकल पड़े
श्रमिक दो जून की रोटियां
मीलों पैदल चले
दर-दर भटके पर
नहीं मिलीं दो जून की रोटियां
अथक मेहनत करी
मजदूरी कर पायी
इन्होंने दो...
यह कलयुग की करामात है- मनोज शाह
प्रलय महाप्रलय की ये रात है
यह कलयुग की करामात है
विनाश महाविनाश की महाकाल
छेड़ती प्रकृति की प्रवृत्ति विकराल
महा शक्तियां अपने वर्चस्व बचाने में
लगे है मानव...
कोरोना जनता जागरूकता- प्रीति
तुम रखना अपना खयाल
मैं रखू अपना खयाल
हुआ भारत अनलॉक
पर तुम न, घूमना बिना काम
करना नियमों का पालन
देना अपना सहयोग
रखना तुम अपना खयाल
हैं, यह समय...
देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने दिया फाइव आई का मंत्र
प्रधानमंत्री ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के 125वें वार्षिक सत्र में आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये उद्घाटन भाषण दिया। इस वर्ष के वार्षिक सम्मेलन...
तीखा तीर
हुई जार्ज की हत्या
यूएस में फैला दंगा
गोरे काले में ठनी
पुलिस से लिय़ा था पंगा
दंगाई चढ़े घर में
ट्रम्प छुपे बंकर में
-वीरेंद्र तोमर
ईपीएफओ ने पेंशन फंड में जारी किए 868 करोड़ रुपये
ईपीएफओ द्वारा पेंशन के परिवर्तित मूल्य की बहाली के लिए, पेंशन की मद में 868 करोड़ रुपये और साथ में 105 करोड़ रुपये बकाया...
केंद्र सरकार ने की खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 83 प्रतिशत तक की वृद्धि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सीजन 2020-21 के लिए सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के लिए...
जब 130 करोड़ लोग एक साथ आ जाते हैं तो संगीत बन जाता है- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्पिक मैके के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने इस वास्तविकता की सराहना की...
स्वास्थ्य कर्मियों के कड़े परिश्रम से जरूर जीतेंगे कोरोना के खिलाफ जंग- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बेंगलुरु में राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के 25 वें स्थापना दिवस को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित...
माँ- कणव शर्मा
तुम्हें खुद से पहले जागते देखा है
और सबके बाद सोते देखा है
नाश्ते को परौसने से पहले की तेरी मेहनत
और नाश्ते के बाद की
तेरी जाद्दोजेहद...
हस्ती मिटा दे कोई- निशांत खुरपाल
इतने भी गए गुज़रे नहीं कि
हमारी हस्ती मिटा दे कोई
अगर दम है तो आओ हम खड़े हैं,
हमें आकर मिटा दे कोई
कब्र में लेट गया...
कुछ तो है- प्रीति चतुर्वेदी
कुछ तो है जो अब अधूरी नहीं
कुछ कमी जो पूरी नहीं
कुछ एहसास जो ख़तम नहीं
कुछ अल्फ़ाज़ जो कहे नहीं
कुछ लम्हें जो जिये नहीं
कुछ ख़्वाब...