Daily Archives: Jul 6, 2020
तेरी कशमकश का- जयलाल कलेत
तेरी कशमकश का भी,
मैं जवाब दे दूंगा,
आज अल्फाज़ नहीं है,
कल जवाब दे दूंगा
सब्र कर और सदमा न दे,
सम्भल जाने दे हिसाब दे दूंगा,
सिसकियों के...
प्रेम का सागर- अतुल पाठक
प्रेम का सागर अनन्त है गहरा
अविरत बहता कभी न ठहरा
हर कोई चाहता प्रेम का सागर
प्रेम बिन सूनी जग की गागर
प्रेम का सागर हृदय भाव...
जीवन में करुणा- सोनल ओमर
जीवन एक वृक्ष है
शतवर्षों तक डटकर
आँधी-तूफान
झेलने को सज्ज है
इसकी विशालकाय
रीति-रिवाज, परम्पराओं की
काया अत्यंत घनी हैं
फल, पुष्प, पत्तो की
कई पीढ़ियाँ इसने जनी हैं
इसपे प्रण, प्रतिज्ञा,...