Yearly Archives: 2020
ऑस्कर पुरस्कारों की घोषणा, पैरासाइट को मिला बेस्ट फिल्म का अवार्ड
अमेरिका के लॉस एंजेलेस शहर के डॉल्बी थियेटर में 92वें प्रतिष्ठित ऑस्कर एकेडमी फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। जिसमें साउथ कोरिया...
प्रीत करे सत्कार- डॉ उमेश कुमार राठी
जीवन परिपथ को जब करता
घर का द्वार निराश
आभासी दुनिया में करता
निशदिन प्यार तलाश
तृप्ति बने आधार हृदय की
प्रीत करे सत्कार
फूल तपश में फिर भी लाता
बारंबार...
पुरस्कार- चंद्र विजय प्रसाद चन्दन
कसम से- आज भोरे-भोरे नींद खुली तो मुंह धोते ही चाय की ज़बर्दस्त तलब हुई। एक जोरदार अंगड़ाई लेते हुए थोड़े रुआब से अपनी...
भ्रम की दिशा नहीं होगी- पीएस भारती
नव चिंतन भर नेत्र खुलें जब
उस दिन निशा नहीं होगी
कितने ही पथ मोड़ पड़े पर
भ्रम की दिशा नहीं होगी
नवल प्रात की मलय सुगंध
उगा सूर्य...
खिज़ां के दौर में भी- आरबी सोहल
घिनौने जुल्म पर कब तक, शराफ़त का असर होए
यकीनन इस पे शिद्दत से, बगावत का असर होए
खिज़ां के दौर में भी फ़ूल गर खिलते...
सावधान: अब हवा से फैल रहा कोरोना वायरस
कोरोना वायरस को लेकर नई जानकारी सामने आई है, जिसके बाद चिकित्सा जगत के साथ ही दुनिया को चिंता में डाल दिया है।
शंघाई के...
मिल गया बरेली बाज़ार का झुमका, 18 लाख है कीमत
झुमका गिरा रे बरेली के बाज़ार में... मेरा साया फ़िल्म का ये गीत किसे याद नहीं होगा। इस गाने में जिस झुमके गिर के...
भारत में नोवल कोरोना वायरस कोई नया मामला नहीं
हांगकांग और चीन के अलावा सिंगापुर और थाइलैंड की सभी उड़ानों की वैश्विक जांच पहले से ही चल रही है। यात्रियों की निगरानी अब...
साहित्यकार पद्मश्री गिरिराज किशोर का निधन
कथा, नाटक, आलोचना और उपन्यास में समान रूप से हस्तक्षेप रखने वाले पद्मश्री साहित्यकार गिरिराज किशोर का 83 वर्ष की उम्र में रविवार की...
उत्तराखंड की पहली हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारत सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना- उड़ान के तहत देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से गौचर और चिन्यालीसौड़ तक पहली बार...
मधुमायी प्रीत समर्पण की- डॉ उमेश कुमार राठी
सुर गीत तुम्हीं संगीत तुम्हीं
अनुभूति तुम्हीं अंतर्मन की
कर बैठे हम जीवन अर्पण
मधुमायी प्रीत समर्पण की
भोर हुयी शीतल वितान है
रश्मि भरा मंजुल विहान है
जारी रखिये...
मोहब्बत की बस्ती- चन्द्र विजय प्रसाद चन्दन
ठुठें दरख्त का निशाँ बन गया हूँ मैं
उजड़े चमन का निशाँ बन गया हूँ मैं
शाखों पे थी कभी मोहब्बत की बस्ती
आज वीरान-सा मकाँ बन...