भोपाल (हि.स.)। जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के 10 माह बाद गठित हुई कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के बाद अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक अजय सिंह ‘राहुल भैया’ ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिन नेताओं की वजह से कांग्रेस दुर्दशा हुई है और आज जो हालात है, उन्हीं लोगों के कहने पर यदि कार्यकारिणी बनेगी तो कांग्रेस का भगवान ही मालिक है।
अजय सिंह ने भोपाल में अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 20 साल हो गए और उन्हीं लोगों के चलते निर्णय हो रहे हैं, यह कांग्रेस पार्टी का दुर्भाग्य है। कार्यकारिणी के गठन में इतना समय लगा, फिर भी सोच-समझकर सही तरीके से निर्णय नहीं हुआ। विधायक अपना विधानसभा क्षेत्र देखेगा या फिर संगठन का काम देखेगा।
दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी पर भाजपा लगातार तंज कर ही रही है और कांग्रेस के भीतर भी कार्यकारिणी के गठन के बाद से लगातार असंतोष की बात सामने आ रही है। वरिष्ठ नेता अजय सिंह ‘राहुल भैया’ को कार्यकारी समिति में रखा गया है। अन्य क्षेत्रों की तुलना में विंध्य क्षेत्र को कम प्रतिनिधित्व मिला है। इसी को लेकर उन्होंने यह बात कही।
उधर, लक्ष्मण सिंह ने भी प्रदेश कांग्रेस की नई टीम पर तंज कसते हुए कहा था कि अगर ये सभी अपनी विधानसभा जितवा दें तो सरकार बन जाएगी पर क्या ऐसा होगा? अभी तक यह अद्भुत प्रयोग सफल नहीं हुआ है। इसी तरह की नाराजगी ग्वालियर-चंबल के साथ इंदौर और भोपाल के नेताओं की भी सामने आई है।
उधर, प्रदेश कांग्रेस द्वारा इसे साधने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कह चुके हैं कि जो लोग रह गए हैं, उन्हें सचिव, अनुशासन और राजनीतिक मामलों की समिति में समायोजित किया जाएगा।