मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्यालय जबलपुर में नयागांव स्थित लोड डिस्पैच सेंटर का निरीक्षण किया। एसीएस मंडलोई ने निरीक्षण के दौरान स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर की साइबर सिक्योरिटी के संबंध में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि इस संबंध में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की साइबर सिक्योरिटी संबंधित प्रक्रियाओं को राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा अन्य प्रदेशों के लोड डिस्पैच सेंटरों को अनुपालन करने की सलाह दी गई है।
एसीएस मंडलोई ने स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर में अत्याधुनिक तकनीक के उपकरणों की सहायता से प्रदेश की विद्युत प्रणाली के रियल टाइम मॉनिटरिंग, समूचे प्रदेश व ग्रिड के सब-स्टशेनों से आने वाले डेटा, ग्रिड अनुशासन, एक्स्ट्रा हाई टेंशन सब स्टेशनों के लोड पैटर्न, एनर्जी अकाउंटिंग, ओपन एक्सेस आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने प्रदेश में बिजली संकट की स्थिति में स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के डिजास्टर मैनेजमेंट संबंधित तैयारी के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि लोड डिस्पेच सेंटर में समय-समय पर मॉक ड्रिल और आई लैंडिंग स्कीम से सिस्टम की विश्वसनीयता और विपरीत परिस्थितियों से निपटने के इंतजामों का परीक्षण किया जाता है।
एसीएस मंडलोई ने लोड डिस्पेच सेंटर में मध्यप्रदेश में बिजली व्यवस्था बनाए रखने के लिए की जाने वाली पावर शिड्यूलिंग, विद्युत उत्पादन गृहों से समन्वय, मध्यप्रदेश की 400 केवी की ट्रांसमिशन लाइनों में पावर फ्लो, रिन्यूअल इनर्जी का उत्पादन जैसे अनेक अन्य तकनीकी विषयों की जानकारी ली।
उन्होंने वन नेशन वन ग्रिड की अवधारणा को भी समझा व प्रदेश में सोलर एनर्जी के बढ़ते उत्पादन को ग्रिड के साथ इंटीग्रेट करने की चुनौतियों पर भी चर्चा की। एसीएस मंडलोई ने देश के सर्वश्रेष्ठ लोड डिस्पेच सेंटर्स में से एक मध्यप्रदेश के लोड डिस्पेच सेंटर की विश्व स्तरीय व्यवस्थाओं और उसकी कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि इतने काम्पलेक्स सिस्टम को 24X7 सटीकता से चलाना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण टास्क है।
निरीक्षण के समय अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई के साथ मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी के अलावा स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के मुख्य अभियंता प्रदीप सचान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।