Monday, December 23, 2024
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शिमला में हुई सर्दियों के मौसम की पहली बर्फबारी, खुश हुए सैलानी

शिमला (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में रविवार देररात ताजा बर्फबारी हुई है। वर्षों बाद दिसंबर के दूसरे हफ्ते में शिमला शहर में सर्दियों के मौसम की पहली बर्फबारी हुई। शहर से सटे पर्यटन स्थलों कुफरी, फागू और नारकंडा में भी जमकर बर्फ गिरी है। इसके अलावा लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, मनाली, चम्बा व सिरमौर के ऊंचे इलाकों और कांगड़ा के धौलाधार की पहाड़ियां भी बर्फ से लकदक हैं।

हिल स्टेशन शिमला में देवदार के पेड़, घरों की छत, रास्ते व सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछी है। इस बर्फबारी से सैलानी खुश हो गए हैं और इससे पर्यटन कारोबार को रफ्तार मिलेगी। सैलानियों ने देररात रिज मैदान और मॉल रोड पर नाच-गाकर बर्फबारी का लुत्फ लिया। बर्फबारी के दीदार के लिए बाहर राज्यों से सैलानियों के उमड़ने के आसार हैं। हालांकि ताजा बर्फबारी कई तरह की दिक्कतें भी लेकर आई। शहर की अंदरूनी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। शिमला-चंडीगढ़ और शिमला-बिलासपुर नेशनल हाइवे खुले हैं। इस बर्फबारी से अप्पर शिमला को जाने वाले सभी मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं।

जिला प्रशासन के मुताबिक शिमला से ठियोग, नारकंडा, रोहड़ू, चौपाल और रामपुर जाने वाली मुख्य सड़कें बंद हैं। शिमला-रामपुर नेशनल हाइवे-पांच ठियोग उपमण्डल के तहत फागू व कुफरी में बंद है। ये हाइवे नारकण्डा में भी भारी बर्फ गिरने से अवरुद्ध है। शिमला-चौपाल सड़क चौपाल के खिड़की में बाधित हुई है। प्रशासन ने इन सड़कों पर मशीनरी तैनात कर दी है और यातायात बहाली का कार्य जारी है। दोपहर तक अधिकतर सड़कों के बहाल होने की उम्मीद है। अप्पर शिमला में बर्फबारी में कई वाहन फंस गए हैं और पुलिस के जवान फंसे यात्रियों को रेस्क्यू करवा रहे हैं। चौपाल के रयूनी में बर्फबारी में फंसी कार सवार पांच लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू किया।

इस बीच शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने स्पष्ट किया है कि शिमला के सभी स्कूल आज खुले रहेंगे और बर्फबारी की वजह से किसी भी प्रकार का अवकाश नहीं दिया गया है। इस समय राजधानी शिमला सहित पहाड़ी इलाकों में बादल छाए हैं। मैदानी हिस्सों में मौसम साफ है। मैदानी जिलों में बीती रात गरज के साथ वर्षा हुई। हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा और मंडी जिलों में बादलों के बरसने से पिछले 70 दिनों से चल रहा सूखे का दौर खत्म हुआ है। गेहूं की फसल के लिए बारिश का होना फायदेमंद है।

बारिश-बर्फबारी से समूचे प्रदेश में शीतलहर तेज हो गई है। जनजातीय व पहाड़ी इलाकों में कई जगह पारा माइनस में पहुंच गया है। मौसम विज्ञान विभाग ने उच्च पर्वतीय व मध्यवर्ती इलाकों में आज व कल भी बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। वहीं मैदानी इलाकों में मौसम के साफ रहने का अनुमान है। 11 से 14 दिसंबर तक राज्य में मौसम के शुष्क रहने के आसार हैं।

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