Friday, December 13, 2024

अर्थ: वंदना मिश्रा

वंदना मिश्रा

कुछ पंक्तियों का अर्थ
पढ़ने से नहीं
ख़ुद पर बीतने से
खुलता है,

‘मन ही मन पीर पिरौबे करे’*

का अर्थ कोश में नहीं
आत्मा तक लिपटे
दर्द में तलाशना होगा

*रीतिकालीन कवि ‘बोधा‘ की सुप्रसिद्ध पंक्ति

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