ब्रिसबेन (हि.स.)। ट्रैविस हेड और स्टीव स्मिथ के शतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने यहां गाबा के मैदान पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में अपनी पहला पारी में 445 रन बनाए। हेड ने 152 और स्मिथ ने 101 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। इन दोनों के अलावा एलेक्स कैरी ने अरधशतक लगाते हुए 70 रन बनाए।
इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और 38 के कुल स्कोर पर नाथन मेकस्विनी (09) और उस्मान ख्वाजा (21) क बुमराह ने पवेलियन भेज दिया। 75 के कुल स्कोर पर नीतीश रेड्डी ने मार्नश लाबुशेन (12) को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया।
स्मिथ, हेड ने संभाली पारी, लगाया शतक
यहां से लग रहा था कि भारत ऑस्ट्रेलियाई पारी को जल्दी समेट देगा, लेकिन हेड और स्मिथ ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली और उन्हें विकेट के लिए तरसा दिया। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 241 रनों की साझेदारी की और अपने-अपने शतक पूरे किये।
बुमराह का चला जादू
316 के कुल स्कोर पर बुमराह ने स्मिथ को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। स्मिथ ने 101 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। 326 के कुल स्कोर पर बुमराह ने मिचेल मॉर्श (05) को आउट कर भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। इसके बाद उन्होंने खतरनाक हेड को पंत के हाथों कैच कराकर अपने पांच विकेट पूरे किये। हेड ने 152 रनों ते बेहतरीन शतकीय पारी खेली।
385 के कुल स्कोर पर मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस (20) को चलता किया। बुमराह ने 423 के कुल स्कोर पर मिचेल मॉर्श (18) को आउट कर अपने 6 विकेट पूरे किये। 445 के स्कोर पर सिराज ने नाथन लियोन (02) को आकाश दीप ने एलेक्स कैरी को आउट कर ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया। कैरी ने भी बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए 70 रन बनाए।
भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 6, मोहम्मद सिराज ने दो और आकाशदीप, नीतीश रेड्डी ने 1-1 विकेट लिए।
भारतीय टीम में हुए दो बदलाव
इस मैच के लिए भारत ने अपनी टीम में दो बदलाव किये। हर्षित राणा और रविचंद्रन अश्विन को बाहर किया गया और उनकी जगह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश दीप और अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को शामिल किया गया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में हेजलवुड की वापसी
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने जोश हेजलवुड को टीम में शामिल करने का फैसला किया, जो साइड स्ट्रेन के कारण दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे। टीम ने स्कॉट बोलैंड, जिन्होंने गुलाबी गेंद से ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रभावशाली भूमिका निभाई थी, को बाहर किया।