रामन अनुसंधान संस्थान यानी रामन रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरआरआई) में प्रकाश और पदार्थ भौतिकी विषय की संकाय सदस्य प्रोफेसर उर्वशी सिन्हा को ब्रिटेन के कैम्ब्रिज स्थित बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर सिन्हा गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट प्राइज की 25वीं वर्षगांठ मनाने वाले आठ विजेताओं में से एक हैं। वे कहती हैं: ‘‘मैंने देखा है कि पिछले 25 वर्षों में छात्रवृत्ति किस तरह विकसित हुई है और मैं इसकी वर्षगांठ मनाने और इसी अवधि में अपने काम के लिए पहचाने जाने से रोमांचित हूं। यह बहुत ही विनम्र करने वाला है, लेकिन यह मुझे अगले 25 वर्षों में मेरे द्वारा किए जा सकने वाले प्रभाव पर भी विश्वास दिलाता है।’’ गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट प्राइज के लिए उनके नामांकन में कहा गया है: ‘‘प्रोफेसर सिन्हा की दूरदर्शिता और समर्पण एक ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं, जहां क्वांटम कंप्यूटिंग मानवता के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेगी, जो वैश्विक प्रगति की सेवा में विज्ञान की सच्ची भावना को मूर्त रूप देगी।’’
प्रो. सिन्हा क्वांटम फंडामेंटल्स और टेक्नोलॉजी दोनों में अनुसंधानकर्ता हैं तथा वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान आरआरआई में क्वांटम सूचना और कंप्यूटिंग लैब की प्रमुख हैं। उनकी लैब भारत में सबसे पहले प्रयोगशालाओं में से एक थी, जिसने क्वांटम संचार, क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम ऑप्टिक्स और क्वांटम फंडामेंटल्स और सूचना प्रक्रिया जैसे अनेक क्षेत्रों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए हेराल्डेड और एंटैंगल्ड फोटॉन स्रोतों का निर्माण और उपयोग स्थापित किया। हाल ही में घोषित ‘राष्ट्रीय क्वांटम मिशन’ में प्रोफेसर सिन्हा की नेतृत्वकारी भूमिकाएं हैं। यह पहल क्वांटम नवाचार में भारत को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने के उद्देश्य से क्वांटम प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करती है।
उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विज्ञान युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी, कनाडा में फोटोनिक क्वांटम साइंस एंड टेक्नोलॉजीज में कनाडा एक्सीलेंस रिसर्च चेयर (सीईआरसी) की प्राप्तकर्ता भी हैं। उन्होंने ओपन क्वांटम इंस्टीट्यूट (ओक्यूआई) के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई है, जो अपनी तरह का पहला बहु-हितधारक संस्थान है, जिसे मार्च 2024 में सीईआरएन में लॉन्च किया जाएगा।
प्रोफेसर सिन्हा, वाटरलू, कनाडा स्थित क्वांटम कंप्यूटिंग संस्थान और टोरंटो विश्वविद्यालय के क्वांटम सूचना एवं क्वांटम कंप्यूटिंग केंद्र के संबद्ध सदस्य हैं।