पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा तथा भोपाल मंडलो में शीतकालीन नाइट पेट्रोलिंग ट्रेकमेन्टनरों से शुरू कराई गई है। शीतकालीन पेट्रोलिंग के सबंध में पमरे मजदूर संघ द्वारा मुख्यालय, मंडल पीएनएम, पत्राचार व व्यक्तिगत वार्ता में भी व्याप्त समस्याओं को अनेक बार उठाया गया है, जिस पर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन मिलता रहा।
मजदूर संघ का कहना है कि परन्तु खेद है कि रेल प्रशासन द्वारा शीतकालीन नाईट पेट्रोलिंग में नियमानुसार एकरूपता व सुधार की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है। जिससे इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियो में भारी आकोश व्याप्त है।
मजदूर संघ पुनः रेल प्रशासन के समक्ष निम्न समस्याओ को समाधान हेतु प्रस्तुत कर रहा है-
1. जबलपुर व कोटा मंडल में 16 किमी तक की बीट बनाकर पेट्रोलिंग कराई जा रही है। ट्रेकमेन्टेनरों से शीतकालीन नाईट ड्यूटी पेट्रोलिंग की बीत 16 से घटाकर ज्यादा से ज्यादा 12 किमी तक होनी चाहिए। यदि यह बीट सेक्शन के मध्य से शुरू होती है, तब लगभग 24 किमी तक पेट्रोलिंग के लिए पैदल चलना होता है, जो कि सर्वथा अनुचित अमानवीय तथा सरक्षा मानको के विपरीत है। अतः पेट्रोलिंग की बीट को रिवाइज्ड किया जाए।
2. जबलपुर तथा कोटा मंडल में शीतकालीन में पेट्रोलिंग में केवल एक कर्मचारी को बुक किया जा रहा है, जबकि पूर्व के वर्षों में दो कर्मचारियों को लगाया जाता रहा है। मंडल के कुछ सेक्शनों में जंगली जानवरों का आना जाना है। जहां पर पूर्व के वर्षों में 2 से अधिक कर्मचारी मशाल लेकर पेट्रोलिंग करते थे, किंतु वर्तमान में ऐसे कोई आदेश नहीं दिये गये।
कर्मचारी तथा रेल की सुरक्षा एवं संरक्षा को देखते हुये दो कर्मचारियों को पेट्रोलिंग ड्यूटी पर लगाया गया था, क्योंकि पूर्व में पेट्रोलिंग के दौरान मंडल में कई दुर्घटनाएँ हुई, जिनमें कर्मचारियो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। ऐसे में एक कर्मचारी द्वारा पेट्रोलिंग कराने से जंगली जानवरों के शिकार होने व ट्रेन एक्सीडेंट की संभावना बनेगी जोकि कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ करने जैसा होगा। की-मेन के साथ भी पेट्रोलिंग के दौरान सहायक कर्मचारी को पूर्व की भाति लगाये जाने की व्यवस्था की जाए।
अतः मजदूर संघ मांग करता है कि पेट्रोलिंग की बीट को कम करते हुए पूर्व की भांति 2 कर्मचारी पेट्रोलिंग के लिए बुक किए जाए तथा की मेन के साथ भी पूर्व की भांति एक सहायक कर्मचारी कार्य के दौरान बुक किया जाये। उक्त मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में संघ द्वारा जबलपुर तथा कोटा मंडल के समस्त एडीईएन कार्यालयों के समक्ष सोमवार 9 नवम्बर से धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी।