रेल मजदूर संघ ने पश्चिम मध्य रेलवे प्रशासन के साथ हुई बैठक में चेताया बिना लाईन बॉक्स के रेल संचालन सम्भव नही
वेस्ट सेन्ट्रल रेल मजदूर संघ ने पमरे के साथ हुई बैठक में रनिंग स्टॉफ (लोको पायलट्स व गार्डस) को ड्यूटी के दौरान अति आवश्यक उपकरणों को रखने के लिए लाइन बॉक्स की व्यवस्था के बगैर रेल संचालन सम्भव नहीं होने की दो ट्रक चेतावनी दी।
महामंत्री अशोक शर्मा ने बैठक में उपस्थित अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एस.के. अलबेला, प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता आर.के गुप्ता, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक राजेश पाठक के समक्ष कहा कि क्रू मेम्बर लोको पायलट एवं गार्ड के लाइन बॉक्स की व्यवस्था खत्म करना रेलवे की संरक्षा, सुरक्षा तथा समय पालन को नुकसान पहॅुंचाने वाला रेल संचालन के लिए आत्मघाती कदम होगा।
रेल संरक्षा के दृष्टि से महत्वपूर्ण लाइन बॉक्स के अंदर हैंड बुक, मेमो बुक, जी एंड एसआर डायरेक्टरीज, एक्सीडेंट मेनुअल, सिग्नल लैम्प, टार्च, पिन पंच, स्क्रू ड्राइवर, डेटोनेटर, टेफलॉन टेप, वांषर्स , वाच, फ्लेगस, क्लिपस, हेमर, वॉकी-टॉकी, बैटरी चार्जर, पेन्टो, लैम्प, बल्ब, छैनी, रस्सी, चाकू, वायपर, ग्लास, सिग्नल चार्ट, पैर, मेग्नेट क्लिप, डस्टर, फ्यूज वायर, पांच लीटर पानी, बैठने की गद्दी, फर्स्ट एड बॉक्स, लॉक आदि लगभग 20 किलो से ज्यादा का सामान होता है।
इसके अलावा गार्ड व लोको पायलट के निजी बैग में यूनिफार्म , टीशर्ट, पायजामा, अन्डर गारमेंट, टॉवल, दो चादर, तकिया, साबुन, सेविंग किट, राशन किट, थर्मस, टिफिन, अखबार, मोबाइल व चार्जर, स्पेयर पेन, स्केल, मार्कर, स्वटेर, इनर, गरम लोई, छाता, बरसाती, रेल कोट, सेनेटाईजर आदि 10 किलो सामान होता है।
रनिंग स्टॉफ के लिए ऐसे में 25 से 30 किलो आदि में वजन पीठ पर या ट्रॉली वेग के रूप में परिवहन करना यार्डो, रोड साईड स्टेशनो, साइडिंग, प्लेटफार्म, रंनिंग रूम की सीढ़ियो आदि में करना कठिन व कष्टदायी है।
बैठक में उपस्थित संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर, संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार, मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला, मंडल सचिव डी. पी. अग्रवाल, एस.आर. बाउरी, एस. के. सिंह, वी.पी. सिंह, रविन्द्र शर्मा आदि ने कहा है कि रेल संरक्षा व संचालन के लिए महत्वपूर्ण लाईन बाक्स की व्यवस्था बन्द करना हरगिज बर्दाश्त नही होगा।