वेस्ट सेंट्रल रेलवे मज़दूर संघ के मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को अशोक शर्मा ने निष्कासित आरपी भटनागर को संघ की प्राथमिक सदस्यता से बेदखल करने का पत्र संविधान के अनुसार महाप्रबंधक पमरे को पत्र प्रेषित कर दिया। इसके बाद अब आरपी भटनागर का संघ से किसी भी तरह का नाता नहीं रहेगा। आज संघ पूरी तरह से भटनागर परिवार की गुलामी से आजाद हो गया है।
कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी ने बताया कि उनसे जबरन पैसे की निकासी के लिए भटनागर पिता पुत्र द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। जिसकी वजह से उनके खिलाफ विद्रोह का विगुल बजा।
संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि अब व्यक्ति विशेष की वजह से रेल कर्मचारियों के सुझाव पर कर्मचारियों के हित में संघ के संविधान में संशोधन किया जायेगा, जिससे परदर्शिता रहे। जिसके लिए बकायदा तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जायेगा। जो रेल कर्मचारियों, संघ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के सुझावों के अनुरूप संविधान संशोधन का ड्राफ्ट प्रस्तुत करेगी, जिसे सर्वसहमति से बैठक में पारित किया जायेगा।