मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा 132 केवी सब-स्टेशन में 50 एमवीए क्षमता का एक अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर को स्थापित कर जिले की पारेषण क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी की है। इस नये 50 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर उर्जीकृत होने से जहां 132 केवी सब-स्टेशन बड़ा मलहरा की स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 90 एमवीए की हो गई है, वहीं इस क्षमता वृद्धि के कारण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण सतत विद्युत उचित वोल्टेज स्तर पर प्राप्त हो सकेगी।
ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता हुई 866 एमवीए
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के परीक्षण एवं संचार वृत्त सागर के अति. मुख्य अभियंता इंजी. भीकम सिंह ने बताया कि छतरपुर जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी 220 केवी के एक सब-स्टेशन तथा 132 केवी के छ: सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है। छतरपुर जिले में पहला अति उच्च दाब का सब-स्टेशन 10 मार्च 1973 में बिजावर में स्थापित हुआ था। इस 132 केवी के सब-स्टेशन की क्षमता उस समय 12.5 एमवीए थी।
220 केवी सब-स्टेशन छतरपुर की क्षमता 320 एमवीए (220 केवी साइड) तथा 103 एमवीए (132 केवी साइड) है। इसके अलावा 132 केवी सब-स्टेशन नौगांव की क्षमता 70 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन खजुराहो की क्षमता 103 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन लवकुशनगर की 90 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन बड़ा मलहरा 90 तथा 132 केवी सब-स्टेशन बिजावर की क्षमता 90 एमवीए है। इस तरह छतरपुर जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की कुल स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 866 एमवीए की हो गई है।
33 केवी के चार फीडरों से होती है सप्लाई
बड़ा मलहरा 132 केवी सब-स्टेशन से 33 केवी के 4 फीडरों के माध्यम से बड़ामलहरा क्षेत्र के दरगवां, भगवां, बड़ा मलहरा एवं गुलकंज क्षेत्र के 141 गांवों के 4 एचटी कनेक्शन सहित 33,600 से अधिक उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति की जाती है। अतिरिक्त नया ट्रांसफार्मर सागर परीक्षण एवं संचार वृत्त के अंतर्गत टीकमगढ़ परीक्षण संभाग द्वारा स्थापित किया गया।