मध्य प्रदेश के जबलपुर में पावर ट्रांसमिशन कंपनी के 132 केवी विनोबा भावे सब-स्टेशन के खंबों में कंपनी के अधिकारी शनिवार 5 मार्च को आउटसोर्स कर्मियों से नियम विरुद्ध सिल्वर पेंट करा रहे थे। कार्य के दौरान दो कर्मी हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आ गए और आग की लपटों से घिरे हुए 20 फीट की ऊंचाई से जमीन पर आ गिरे। जिसमे से एक कर्मी की मौत हो चुकी है, जबकि दूसरा कर्मी बुरी तरह झुलस गया है।
जानकारी के अनुसार पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अंतर्गत जबलपुर के कांचघर स्थित 132 केवी विनोबा भावे सब-स्टेशन में शनिवार की सुबह लगभग 6 बजे कार्यपालन अभियंता ने सब-स्टेशन के खंबों और उपकरणों पर सिल्वर पेंट करने के लिए आउटसोर्स कर्मियों को बुलाया था। बताया जा रहा है कि इस दौरान जूनियर इंजीनियर द्वारा पावर सप्लाई बंद करवा दी थी। इसके पश्चात दो आउटसोर्स कर्मी लगभग 20 फीट की ऊंचाई में चढ़कर सिल्वर पेंट करने लगे।
कार्य के दौरान अचानक आउटसोर्स कर्मी प्रकाश पासी करंट लगने की वजह से 20 फीट की ऊंचाई से यार्ड के अंदर गिर गया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई, उसे तत्काल निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, लेकिन सुबह 10 बजे उसकी मृत्यु हो गई। वहीं दूसरा आउटसोर्स कर्मी राजकुमार करंट लगने की वजह से जलता हुआ 20 फीट की ऊंचाई से जमीन पर आ गिरा। उसके भी सिर में गंभीर चोट लगी है एवं दोनों हाथ, पेट, पीठ, गला आदि करंट लगने की वजह से जल गए हैं। कर्मी को निजी हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है।
तकनीकी कर्मचारी संघ ने की सहायता राशि देने की मांग
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, राजकुमार सैनी, मोहन दुबे, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, टी डेविड, शशि उपाध्याय, राजेश यादव, मदन पटेल, अरुण मालवीय, इंद्रपाल, सुरेंद्र मिश्रा, दशरथ शर्मा आदि ने ठेकेदार नितिन नेमा से मांग की गई है कि करंट लगने से मृत हुए आउटसोर्स कर्मी प्रकाश पासी को 20 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाए। इसके साथ करंट लगने से जले आउटसोर्स कर्मी राजकुमार का इलाज कराए जाने के लिए सहायता राशि दी जाए। वहीं संघ ने MPPTCL कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि कार्य के दौरान बंद बिजली में कैसे चालू हो गई, इसकी सूक्ष्मता से जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए।