मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि ESS प्लेटफार्म पर लोक सेवकों की Profile अपडेशन का 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण न कराने वाले संबंधित आहरण संवितरण अधिकारी एवं संबंधित शाखा लिपिक का माह फरवरी 2022 का वेतन रोकने के निर्देश हैं, किन्तु शिक्षा विभाग आला अधिकारियों द्वारा स्वयं का वेतन रुकते देख जिले के लगभग 5 हजार शिक्षकों का माह 2022 का वेतन आज तक भुगतान नहीं किया गया है।
जिले के हजारों शिक्षक वेतन में विलंब होने के कारण बैंक ऋण अधिभार, बच्चों की फीस अधिभार माह मार्च में जमा होने विभिन्न करों के भुगतान करने में भारी कठनाईयों का समाना करना पड़ रहा है, साथ ही फागुन माह में भारत वर्ष का सबसे बडा त्यौहार होली महापर्व चन्द दिनों बाद मनाया जाना है, जबकि वेतन की कोई आस नजर नहीं आ रही है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेश हैं कि समस्त कर्मचारियों का वेतन माह की 5 तारिख तक होना सुनिश्चित हो, उसके बाद भी शिक्षा विभाग के आला अधिकारी वेतन के प्रति उदासीन हैं।
अधिकारियों संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, मुकेश सिंह, प्रहलाद उपाध्याय, शहजाद द्विवेदी, रजनीश पाण्डे, अजय दुबे, सतीश उपाध्याय, जेपी गुप्ता, विनोद साहू, अरूण दुबे, बलराम नामदेव, राकेश सेंगर, संतोष द्विवेदी, श्यामनारायण तिवारी, मनीष लोहिया, मनीष शुक्ला, महेश कोरी, संतोष तिवारी, प्रियाशु शुक्ला, विनय नामदेव, पवन ताम्रकार आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि शिक्षा विभाग के हजारों शिक्षकों का वेतन होली पूर्व सुनिश्चित कराया जाए।