मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने निर्माणाधीन 132 केवी सब-स्टेशन ढीमरखेड़ा (मुरवारी) का औंचक निरीक्षण किया। भारत के भौगोलिक केन्द्र बिन्दु करौंदी के पास तैयार किये जा रहे इस सब-स्टेशन के औचक निरीक्षण के दौरान ट्रासंको के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने अभियंताओं व संबंधित कॉन्ट्रेक्टर को सबस्टेशन के निर्माण को उच्चतम मापदंडो के अनुसार करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि न तो उपयोग किये जा रहे मटेरियल की क्वालिटी से कोई समझौता हो न ही वर्कमैनशिप में कोई कमी रखी जाये। उन्होंने निर्माण संबंधित एजेंसी को काम में गति लाने तथा निर्माण के लिये पर्याप्त फंड उलब्ध करवाने के निर्देश दिये, ताकि 132 केवी ढीमरखेड़ा सब-स्टेशन का कार्य समय पर पूरा किया जा सके।
प्रबंध संचालक ने निर्माण में उपयोग किये जा रहे मटेरियल का भी निरीक्षण किया तथा उन्होंने सिविल कार्यों के लिये निर्देश दिये कि सभी कार्य मानसून के पहले कर लिये जायें, ताकि बरसात के कारण कार्य प्रगति में बाधा न आये।
जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी द्वारा वित्त पोषित एवं ट्रांसको द्वारा निर्मित किये जा रहे इस 132 केवी सब-स्टेशन बनने से ढीमरखेड़ा के करीब 30 हजार घरेलू एवं कृषि विद्युत उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचेगा, जिन्हें मनसकरा और स्लीमनाबाद से 33 केवी के लंबे फीडरों के कारण कभी-कभी बाधित और कम वोल्टेज पर बिजली मिला करती थी। विद्युत सप्लाई हेतु 220 केवी उपकेंद्र पनागर से ढीमरखेड़ा हेतु 54 किलोमीटर लंबी 132 केवी की लाइन बंद कर तैयार हो चुकी है।