मप्र के विभिन्न विभागों, उपक्रमों व बिजली सेक्टर में कार्यरत प्रदेश भर के ढाई लाख आउटसोर्स ठेका कर्मचारी नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव के दौरान अपने-अपने घर के बाहर आउटसोर्स पोस्टर अभियान चलायेंगे। इन पोस्टरों में वह दर्शायेंगे कि ‘यह मप्र के आउटसोर्स ठेका कर्मचारी का घर है, कृपया नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव में खडे़ प्रत्याशी वोट माँगकर शर्मिंदा न करें, वह पहले केन्द्र सरकार के ठेका कर्मी के बराबर न्यूनतम वेतन दिलवाकर उन्हें विनियमित करवायें, फिर उनसे बात करें।’
ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स संयुक्त संघर्ष मोर्चे के संयोजक वासुदेव शर्मा एवं मनोज भार्गव ने आउटसोर्स प्रतिनिधियों के इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान वरिष्ठ कर्मचारी नेता कृष्णगोपाल पुरोहित के नेतृत्व में पूरे मप्र में गैर राजनीतिक आधार पर चलाया जायेगा। इस पोस्टर अभियान के बाद प्रदेश भर में ऑल आउटसोर्स सम्मेलन होंगे और इसके बाद आगामी 8 अगस्त को सभी विभागों के आउटसोर्स ठेका कर्मी ‘समान काम-समान वेतन’ को लेकर विधानसभा के बाहर विशाल प्रदर्शन करेंगे ।
आउटसोर्स आन्दोलन अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य स्तरीय कोर कमेटी बनाई गई है, जिसमें कर्मचारी प्रतिनिधि वासुदेव शर्मा, मनोज भार्गव, राहुल मालवीय, दिनेश सिसोदिया, केजी पुरोहित, दीपक सिंह, प्रकाश यादव, प्रकाश पुंज चौधरी, शिवनारायण राजपूत, महेन्द्र सिंह बंटी, केके नेमा, रितेश देवनाथ, कमल दांगी को शामिल किया गया है।
प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए संयोजक मनोज भार्गव ने कहा कि पिछले 7 दिन में समूचे प्रदेश में 7 विद्युत दुर्घटनाऐं हुईं, जिसमें बिजली कम्पनी को चमन करने वाले ठेका कर्मी चौपट हो गये, इस तरह हुनरमंद हताहत हो रहे हैं। पूर्व मंत्री एवं विधायक पीसी शर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश भर में ठेका कर्मियों की विद्युत दुर्घटनाऐं हो रही हैं, इसमें हताहत हुए ठेका कर्मियों को 25 लाख रुपए एवं मृतकों को 50 लाख रुपए सरकार की ओर से मुआवज़ा मिलना चाहिए, वह ठेका कर्मियों की आवाज़ को विधानसभा में उठायेंगे।