मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे ने विक्टोरिया अस्पताल में तथाकथित कर्मचारियों के नाम पर अधिकारियों पर दबाव बनाने की चाल की कटु निंदा की है। योगेंद्र दुबे ने बताया है कि इस कार्य में हमारे संघ के सदस्य शामिल नहीं थे, जिला प्रशासन द्वारा चुनाव के पूर्व लगाई गई 144 धारा अभी नहीं हटाई गई है, इसका उल्लंघन हमारे साथियों द्वारा नहीं किया गया है। जिसने भी उल्लंघन किया है उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही होना चाहिये।
इस संबंध में एक ज्ञापन एडीएम ऋषभ जैन को सौंपा गया। संघ ने मांग की है कि धारा 144 निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर विक्टोरिया अस्पताल में आंदोलन कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर दबाव डालने की राजनीति की संघ निंदा करता है।
योगेंद्र दुबे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगातार मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर को कम करके जनहित कार्यों में सर्वस्व निछावर कर रहे हैं। जहां एक ओर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए घर घर सर्वे कर लार्वा खोज एवं विनीष्टीकरण एवं दस्तक अभियान के तहत छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कुपोषण अभियान चलाकर गंभीर कुपोषण की पहचान कर एनआरसी में भर्ती करने हेतु परिवार को जागरूक कर रहे हैं।
वहीं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कर उनकी समस्त जांचे समय पर कराने हेतु लगातार प्रयासरत हैं, इसके कारण मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर में लगातार कमी आई है। इस प्रकार लोक सेवक अपने दायित्वों और कत्तव्यों का निर्वहन सदैव शासन हित में करकर जनता को लाभ पहुंचाने हेतु प्रयासरत रहते हैं। इस प्रकार जनहित कार्य में संलग्न कर्मचारियों के खिलाफ पडयंत्र की राजनीति करने की संघ घोर निदा करता है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, संजय यादव, आलोक अग्निहोत्री, विनोद पोद्दार, मुकेश सिंह, मिर्जा मंसूर बेग, आशुतोष तिवारी, डॉ संदीप नेमा, डीके नेमा, श्रीराम झारिया, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, विनय नामदेव, आनंद रैकवार, प्रणव साहू, श्याम नारायण तिवारी, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, महेश कोरी, मनोज सेन, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, गणेश उपाध्याय आदि ने कलेक्टर से मांग की है कि अवैधानिक कार्य करने वालों के विरूद्व शासकीय कार्य में बाधा डालने, मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने एवं 144 धारा का उल्लंघन करने वाले तत्वों पर कार्यवाही की जाये।