एमपी ट्रांसको ने बनाया प्रदेश का पहला जीआईएस अति उच्चदाब सब-स्टेशन

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने नवाचार करते हुये महानगर इंदौर के पारेषण नेटवर्क को मजबूती और विश्वसनीयता प्रदान करने के लिए प्रदेश का पहला जीआईएस (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) का निर्माण पूरा कर लिया है, गतदिवस करीब 36.50 करोड़ की अनुमानित लागत से इंदौर की घनी आबादी स्थित महालक्ष्मी नगर में 50 एमवीए क्षमता के साथ इस सबस्टेशन को ऊर्जीकृत किया गया।

मध्यप्रदेश का यह पहला जीआईएस अति उच्चदाब सबस्टेशन है, जो मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के पारेषण नेटवर्क में जुडा है। इस सबस्टेशन के प्रारंभ हो जाने से इंदौर के पूर्वी क्षेत्र में विद्युत पारेषण व्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ इंदौर को अति उच्चदाब सबस्टेशन का एक और विकल्प उपलब्ध हो गया है।

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि इंदौर में विद्युत की बढ़ती मांग को देखते हुए मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को इंदौर शहर में अतिरिक्त सबस्टेशन के निर्माण की जरूरत महसूस हुई। इंदौर जैसी घनी आबादी में परम्परागत सब-स्टेशन के निर्माण के लिए पर्याप्त भूमि की उपलब्धता न रहने के कारण मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने इंदौर में जीआईएस सब-स्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) तैयार करने का निर्णय लिया। चूंकि यह कंपनी का नवाचार था इसलिये प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने स्वंय उपस्थित रहकर इस व्यवस्था को देखा, समझा और आवश्यक निर्देश दिये।

प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि जीआईएस सब-स्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सब-स्टेशन) के निर्माण में परम्परागत एयर इंसुलेटेड सबस्टेशनों के मुकाबले कम भूमि की जरूरत पड़ती है। इस तकनीक से सबस्टेशन के निर्माण का बजट परम्परागत सबस्टेशन की तुलना में लगभग ढाई गुना अधिक रहता है पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने मध्यप्रदेश के महत्वपूर्ण शहर इंदौर की जरूरत को देखते हुए इस निर्माण की मंजूरी दी। गैस इंसुलेटेड चेंबर में रहने के कारण इन सबस्टेशनों के उपकरणों में कम खराबी आती है जिन्हें बोलचाल की भाषा में ‘‘मेंटेनेंस फ्री’’ सबस्टेशन भी कहा जाता है।

प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि इस 132 केवी जीआईएस सबस्टेशन के निर्माण से सबसे अधिक फायदा मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 33/11 केवी सबस्टेशन के महालक्ष्मी नगर को मिलेगा जिसे पूर्व में 220 केवी सब-स्टेशन बिचौली मरदाना इंदौर ईस्ट से 13.5 किमी लंबे 33 केवी संचार नगर- दो फीडर द्वारा तथा 132 केवी सत्यसांई सब-स्टेशन से 12 किमी लंबे 33 केवी तुलसी नगर फीडर के माध्यम से सप्लाई मिला करती थी जो अब जी आई एस सब स्टेशन से मात्र 20 मीटर के फीडर से प्राप्त होगी, जिससे 33 केवी लाइन में विद्युत व्यवधान होने से सुधार कार्य में होने वाली परेशानी और देरी से बचा जा सकेगा। इस नवनिर्मित सबस्टेशन से इंदौर की घनी आबादी में 33 केवी के कुल 8 फीडरों को विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।