Jabalpur News: नशाखोरी का अड्डा बनी सरकारी कालोनियां, असामाजिक तत्वों ने दूभर किया रहवासियों का जीना

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला संरक्षक योगेंद्र दुबे एवं जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने बताया है की अनेक शासकीय कर्मचारियों की शासकीय आवासों की कॉलोनियों के गेट टूटे हुए हैं, चौकीदार नहीं है, स्ट्रीट लाइटें बंद है, जिससे आवारा जानवर एवं बाहरी लोगों का यहां कब्जा बना हुआ रहता है, जिससे कॉलोनी में निवास करने वाले शासकीय कर्मचारियों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

संयुक्त मोर्चा ने बताया कि असामाजिक तत्व रात्रि में नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं, जुआ, सट्टे एवं अनेक असामाजिक कार्य करने के लिए एकत्रित होकर के हो हल्ला करते हैं। वाहन में लगे ध्वनि यंत्रों से गाने बजाकर के वातावरण को दूषित करते हैं, इससे कर्मचारियों के वृद्ध माता-पिता एवं उनके परिजन परेशान हो रहे हैं।

कर्मचारियों के आवासों में सुरक्षा के लिए संबंधित विभागों द्वारा किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जा रही है, ना हीं घटनाओं को रोकने कोई उपाय किए जा रहे है। चौकीदार ना होने के कारण कॉलोनी में कोई भी बाहरी व्यक्ति किसी भी समय आता जाता रहता है, इससे चोरी एवं अनेक प्रकार की वारदातें हो रही हैं। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जाती है, जबकि कर्मचारियों से प्रति माह आवास किराया काटा जाता है, कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करना संबंधित विभाग के कार्यालय प्रमुख की जवाबदारी होती है।

आज लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, वन विभाग, जल संसाधन विभाग, आईटीआई, महिला बाल विकास, राजस्व एवं कृषि विभाग, राजस्व, पुलिस विभागों के शासकीय कर्मचारियों की कालोनियों में आए दिन चोरियां हो रही हैं। असामाजिक तत्वों द्वारा रात्रि में किए जाने वाले नशाखोरी के बाटल एवं पानी के पाउच, नमकीन के पैकेट कचरे के रुप में पड़े रहते हैं।

संबंधित अधिकारियों द्वारा सुरक्षा व्यवस्था ना करने की कॉलोनी वासियों ने घोर निंदा की है। कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों ने संबंधित उपयंत्री एवं अनुविभागीय अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी दी है, परंतु उनके द्वारा किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। आने वाले समय में किसी भी प्रकार की घटना, दुर्घटना होती है तो इसके लिए पूरी तरह से संबंधित कार्यालय प्रमुख जिम्मेदार होगा।

मप्र अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, मप्र राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेश शुक्ला, मप्र शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विश्वदीप पटेरिया, मप्र कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संतोष मिश्रा, मप्र स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष संजय गुजराल, मप्र लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी, मप्र डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष देव दोनेरिया, मप्र अजाक्स के जिला अध्यक्ष योगेश चौधरी, मप्र आईटीआई तक. कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रशांत सोंधिया, मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रवि दहायत, मप्र कृषि विभाग के अध्यक्ष एसके वांदिल, वाहन चालक संघ के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, सपाक्स अध्यक्ष प्रदीप पटैल, समयपाल संघ के अध्यक्ष मुकेश मरकाम, अजय दुबे, योगेन्द्र मिश्रा, सतीष उपाध्याय, विनय नामदेव, पीएल गौतम, रवि बागडी, अर्जुन सोमवंसी ने विभाग प्रमुखों से शासकीय कर्मचारियों की कालोनियों में सुरक्षा व्यवस्था करवाने की मांग की है।