भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश की गतिविधियों में ब्रेक लग गया है और अब बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम थोड़ा कमजोर पड़ गया है। अगले 2 दिन कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है। आज मंगलवार सुबह से राजधानी भोपाल समेत कुछ जिलों में धूप निकली है। हालांकि 29-30 अगस्त से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। ऐसे में सितंबर की शुरुआत भी तेज बारिश से होगी। इस बार जून, जुलाई और अगस्त में मानसून सीजन के कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। अब तक सीजन की 88 प्रतिशत यानी 33 इंच बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ, डीप लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर रहा। सोमवार को भी कई जिलों में तेज बारिश हुई, लेकिन मंगलवार से मानसून एक्टिविटी घट जाएगी। 27 और 28 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों में धूप निकली रहेगी। प्रदेश के श्योपुर में सामान्य से 87 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला-सिवनी में बारिश का आंकड़ा 45 इंच से अधिक है। भोपाल में सामान्य से 108 प्रतिशत बारिश हो गई है। शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, सिवनी, निवाड़ी और सिंगरौली में भी सामान्य से ज्यादा पानी गिर गया है।
प्रदेश के 5 जिले ऐसे हैं, जहां 40 इंच से अधिक पानी बरस चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 45.97 इंच बारिश हो चुकी है। सिवनी में 45 इंच, भोपाल, श्योपुर-छिंदवाड़ा में आंकड़ा 40 इंच से ज्यादा है। नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, डिंडौरी, राजगढ़ और गुना में भी अच्छी बारिश हो चुकी है। प्रदेश के लगभग सभी डैम 90 प्रतिशत या इससे अधिक भर चुके हैं। सोमवार को भोपाल के कलियासोत के 2 और भदभदा डैम का एक गेट खुला रहा। कोलार और केरवा डैम में भी पानी की आमद जारी रही। बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, तवा, कुंडालिया समेत अन्य डैम के गेट भी खुल चुके हैं।