ज्योतिषाचार्य ऋचा श्रीवास्तव
E-mail- [email protected]
मकर संक्रांति सूर्य और शनिदेव की पूजा, उपासना और दान से जुड़ा एक महापर्व है। इसी दिन के बाद सूर्यदेव धरती के उत्तरी गोलार्द्ध में प्रवेश करते हैं जिसे सूर्य का उत्तरायण होना भी कहा जाता है। यही वह महत्वपूर्ण दिन है जब मलमास समाप्त होकर विवाह आदि मांगलिक कार्य सम्पन्न किए जाते हैं।
महाभारत में भी वर्णन है कि युद्ध के समय शर-शैय्या पर पड़े भीष्म पितामह नें सूर्य की मकर संक्रांति के दिन अपनी मृत्यु की इच्छा जताई थी। उन्होनें बताया था कि इस दिन सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं, अतः इस दिन प्राण त्यागने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इसी प्रकार से एक अन्य स्थान पर वर्णन है कि मकर संक्रांति के दिन ही माँ गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पे अवतरित हुई थीं और महाराज भगीरथ का अनुसरण करते हुए सागर में विलीन हुई थीं। इस दिन पश्चिम बंगाल में स्थित गंगा सागर तट पर बड़ा मेला लगता है। लोग आज के दिन स्नान, ध्यान तर्पण इत्यादि करके पुण्य फलों की प्राप्ति करते हैं।
भारत में धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से मकर संक्रांति का बहुत महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनि की मकर राशि में पधारते हैं। अतः यह दिन पिता-पुत्र के मिलन से भी जुड़ा हुआ है।
श्री मद् भागवत पुराण के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु नें पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार करने के पश्चात मंदरा पर्वत पर उनके सिरों को काटकर गाड़ दिया था। तभी से भगवान विष्णु की विजय को मकर सक्रांति के दिन मनाया जाता है।
भारत में मकर सक्रांति के दौरान नई फसलों को काटने की प्रक्रिया प्रारंभ होती है। फसल कटाई के बाद प्रत्येक राज्य में अलग अलग नामों से इस त्योहार को मनाते हैं। दक्षिण भारत में इसे पोंगल और उत्तर भारत में खिचड़ी, उत्तरायण, लोहड़ी और भोगली बिहू के नाम से मनाया जाता है।
मकर संक्रांति स्नान-दान मुहूर्त
पुण्य काल मुहूर्त
सुबह 8:40 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक।
महापुण्य काल
सुबह 8:40 बजे से सुबह 9:04 बजे तक
संक्रांति काल
सुबह 8:40 बजे
राशि अनुसार दान
1- मेष राशि- गुड़, मूंगफली, तिल।
2- वृष राशि- सफेद कपड़ा, दही, सफेद तिल।
3- मिथुन राशि- मूंगदाल, चावल, कम्बल, हरी सब्जी।
4- कर्क राशि- चावल, चांदी,दूध, सफ़ेद तिल।
5- सिंह राशि- गेहूं, जौ, गुड़, तांबा।
6- कन्या राशि– खिचड़ी, कम्बल,हरे वस्त्र,काले तिल।
7- तुला राशि– शक्कर या मिस्री, सफेद तिल, चावल, सफेद ऊनी वस्त्र।
8- वृश्चिक राशि– मसूर दाल, मूँगा, लाल वस्त्र, तिल।
9- धनु राशि– पीतल की वस्तु, खिचड़ी,खड़ी हल्दी, पीला वस्त्र।
10- मकर राशि– काला कम्बल, लोहा, काली उड़द, तिल, सरसों तेल।
11- कुंभ राशि- काला वस्त्र, काली उडद, खिचड़ी और तिल।
12- मीन राशि- चावल, केले, चने की दाल, पीला रेशमी वस्त्र, तिल।