हिन्दू संस्कृति में माघ मास का विशेष महत्व है और शास्त्रों के अनुसार माघ मास में गंगा नदी सहित पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत ही पुण्यदायी और शुभ माना गया है। हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ मास का आरंभ मंगलवार 14 जनवरी 2025 मकर संक्रांति के दिन से होगा। माघ मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ मंगलवार 14 जनवरी को तड़के 3:56 (AM) बजे होगा और समापन बुधवार 15 जनवरी को तड़के 3:21 (AM) बजे होगा। सूर्यदेव मंगलवार 14 जनवरी की सुबह 9.03 बजे धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
मकर संक्रांति का पर्व हिन्दू धर्मावलंबियों का प्रमुख त्यौहार है, मुख्य रूप से सूर्यदेव को समर्पित इस त्यौहार के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति का पर्व संपूर्ण भारत में मनाया जाता है। मकर संक्रांति यानि सूर्यदेव की उपासना का महापर्व, सूर्यदेव जब धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति कहते हैं।
मकर संक्रांति को देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, यथा- उत्तर भारत, मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति, तमिलनाडु में पोंगल, असम में माघ बिहू, गुजरात-राजस्थान में उत्तरायण, पंजाब-हरियाणा में लोहड़ी, कश्मीर में शिशुर सेंक्रांत, महाराष्ट्र में हल्दी-कुमकुम पर्व आदि।
मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। इससे रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं। वहीं मकर संक्रांति के दिन से मांगलिक और शुभ कार्य भी आरंभ हो जाते हैं। सनातन मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनिदेव के घर जाते हैं, इसलिए मकर संक्रांति का पर्व पिता-पुत्र के मिलन से भी सम्बंधित है। मकर संक्रांति के दिन तीर्थ स्थानों पर पवित्र स्नान करने का भी अत्यंत महत्व है।
श्रीभगवद् गीता के आठवें अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि उत्तरायण के छह माह के दौरान देह त्यागने से ब्रह्म गति प्राप्त होती हैं, जबकि दक्षिणायन के छह महीने में देह त्यागने वाले मनुष्य को संसार में पुनः जन्म-मृत्यु के चक्र की प्राप्ति होती हैं।
मंगलवार 14 जनवरी को मकर संक्रांति का महापुण्य काल का मुहूर्त सुबह 9:03 बजे से सुबह 10:48 बजे तक, अवधि 1 घंटा 45 मिनट और पुण्य काल का मुहूर्त सुबह 9.03 बजे से शाम 5.46 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 8 घण्टे 42 मिनट रहेगी। पुराणों और शास्त्रों में मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है।