बरेली (हि.स.)। रविवार से हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ होगा। इस वर्ष देवी भगवती हाथी पर सवार होकर पृथ्वीलोक में विचरण करेंगी, जिससे सुख-समृद्धि का संकेत मिलता है। संवत्सर 2082 का नाम ‘सिद्धार्थी’ होगा, जिसमें सूर्य देव राजा और मंत्री रहेंगे।
इससे राजकीय सेवाओं और व्यापार में वृद्धि होगी, परंतु फलों और धान्य उत्पादन में कमी, अग्निभय, जनहानि, और स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल सकती हैं।
ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी बताती है कि इस वर्ष शनि, बृहस्पति, राहु और केतु राशि परिवर्तन करेंगे, जिससे कई राशियों पर साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव पड़ेगा।
वर्ष में चार ग्रहण होंगे- 7 सितंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण, 21 सितंबर को सूर्यग्रहण, 17 फरवरी को कंकणाकृति सूर्यग्रहण और 3 मार्च 2026 को चंद्रग्रहण।
नवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि और इंद्र योग बनने से शुभ फल मिलेंगे। ज्योतिष के अनुसार प्रजा ज्ञान और वैराग्य से युक्त होगी, अन्न-जल प्रचुर रहेगा, किंतु रोग अधिक फैल सकते हैं।