मीन राशि राशि चक्र की 12वीं राशि है। मीन का अर्थ मछली होता है जो जल में निवास करती है । अंग्रेजी में इसे (Pisces) कहते हैं। यह 330 अंश से 360 तक स्थित है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का अंतिम एक चरण, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के चारों चरण तथा रेवती नक्षत्र के चारों चरण मिलकर मीन राशि का निर्माण करते हैं।
इस राशि का स्वामी गुरु है। इस राशि की आकृति मुंह एवं पूंछ से जुड़ी दो मछलियों जैसी होती है। इसका स्वभाव द्विस्वभाव है। मीन राशि की प्रकृति सौम्य है। इस राशि का तत्व जल है, गुण सात्विक है जाति ब्राम्हण है। यह दिन और रात्रि में बलि होती है। यह उत्तर दिशा की स्वामी है। यह राशि कफ प्रकृति की है। शरीर में पैर और एड़ी पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है।
इस राशि के जातक परोपकारी दयालु एवं दानी होते हैं। मीन राशि में उत्पन्न व्यक्ति गंभीर चेष्टा करने वाला, शक्तिशाली, बोलने में चतुर, मनुष्य में श्रेष्ठ, क्रोधी, कृपण, ज्ञान संपन्न, श्रेष्ठ गुणों से युक्त, कुल में प्रिय, नित्य सेवा भाव रखने वाला, शीघ्र गामी, नृत्य गीत आदि में कुशल, शिव दर्शन वाला तथा भाई बंधुओं का प्रेमी होता है। इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है। वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
मीन राशि के जातकों के लिए यह वर्ष मिश्रित फलदायी रहेगा। जनवरी से अप्रैल तक कई अच्छे कार्य हो सकते हैं। मई से लेकर दिसंबर तक का समय आपके लिए सामान्य है।
धन उपार्जन
इस वर्ष आपके पास धन आने का अच्छा योग है। थोड़ा बहुत धन आपके पास वर्ष भर आता रहेगा। 30 जून से 16 नवंबर तक धन की मात्रा में कमी हो सकती है। मई के उपरांत धन प्राप्त करने में आपको कई बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। 9 अक्टूबर के उपरांत धन की मात्रा बढ़ सकती है। इस प्रकार 9 अक्टूबर से 16 नवंबर तक धन आने की मात्रा में मामूली इजाफा होगा तथा 16 नवंबर के उपरांत धन आने की मात्रा में वृद्धि होगी। इसके अलावा जनवरी से मई तक आपके पास धन थोड़ी ज्यादा मात्रा में आ सकता है। उपाय- आपको किसी विद्वान ब्राह्मण से शनि की शांति का उपाय करवाना चाहिए।
कैरियर
जनवरी से अप्रैल तक कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मई के उपरांत उसमें कमी आ सकती है। मई के उपरांत हो सकता है कि आपका स्थानांतरण भी हो जाए। कैरियर में इस वर्ष आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। अगर आप सावधान नहीं रहेंगे तो आपको नुकसान हो सकता है। उपाय- आपको गुरुवार को व्रत रखना चाहिए और उसी दिन सुंदरकांड का पाठ भी करना चाहिए।
भाग्य
इस वर्ष भाग्य से आपको बहुत कम मदद मिलेगी। आपके सभी कार्य आपकी पुरुषार्थ की वजह से ही होंगे। आप जितना मेहनत करोगे उससे थोड़ा कम फल आपको मिलेगा। अतः किसी कार्य को करने के लिए आपको अत्यधिक परिश्रम एवं प्रयास करना पड़ेगा। अप्रैल, मई, जून और जुलाई के महीने में आपको भाग्य से मामूली मदद मिल सकती है। आपको इस वर्ष भाग्य से मदद की उम्मीद नहीं करना चाहिए और स्वयं पुरुषार्थ कर अपने कार्यों को सिद्ध करना चाहिए। उपाय- आप इस वर्ष प्रतिदिन कुत्ते को रोटी खिलाएं। इसके अलावा मंगलवार का व्रत रखें और मंगलवार को ही हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें।
परिवार
परिवार का आशय व्यक्ति का अपना परिवार तथा उसके भाई बहन और माता-पिता होते हैं। इस वर्ष आपका अपने भाई बहनों से कम अच्छा संबंध रहेगा। समय-समय पर जैसे मई और जून के महीने में संबंध थोड़ा ठीक हो सकता हैं परंतु फिर भी एक भाई से निश्चित रूप से संबंध खराब रहेगा। माता और पिता जी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। पिताजी का स्वास्थ्य जनवरी से लेकर अप्रैल तक अच्छा रहेगा। उसके बाद उनके स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है। विशेष रूप से उनके पेट के अंदर के किसी अंग में पीड़ा हो सकती है। माता जी का स्वास्थ्य सामान्यतया ठीक रहेगा परंतु कभी-कभी जैसे अगस्त और सितंबर के महीने में उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आपको अपने संतान से इस वर्ष कोई विशेष मदद नहीं मिल पाएगी और यह भी संभव है की संतान के साथ आपके संबंधों में थोड़ा टकराव हो या संतान को किसी तरह का कोई कष्ट हो जाए। उपाय- अगर आपकी संतान को कष्ट होता है तो आपको चाहिए कि आप उसकी कुंडली किसी अच्छे विद्वान ब्राह्मण से दिखाकर उपाय करें। आपको चाहिए कि आप अपने घर की बनी पहली रोटी गौमाता को दें।
स्वास्थ्य
इस वर्ष आपके पैरों को और गर्दन से ऊपर के अंग को पीड़ा हो सकती है। इसके लिए आपको निरंतर सावधान रहना चाहिए, इसके अलावा गर्दन और कमर में दर्द की शिकायत भी हो सकती है। अप्रैल के बाद में आपको पेट में भी पीड़ा हो सकती है। आपको निरंतर अपने और अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति इस वर्ष निरंतर सतर्क रखना चाहिए। उपाय- आपको चाहिए कि आप विद्वान ब्राह्मण से वर्ष में दो बार महामृत्युंजय मंत्र का 12000 बार जाप करना चाहिए।
व्यापार
इस वर्ष व्यापार में आपको केवल सामान्य लाभ होने की ही उम्मीद है। वर्ष के कुछ दिनों में आपको अच्छा लाभ भी हो सकता है। जनवरी से अप्रैल तक आपको व्यापार में लाभ होगा। धन आने की मात्रा बढ़ेगी। सितंबर और अक्टूबर के महीने में भी आपको व्यापार में लाभ होगा। 16 नवंबर के उपरांत आपके व्यापार में अच्छा लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है। उपाय- आपको चाहिए कि आप गौ माता को प्रतिदिन हरा चारा खिलाएं।
विवाह
अगर आप अविवाहित हैं तो आपको विवाह के उत्तम प्रस्ताव इस वर्ष कई बार आएंगे। परंतु इन प्रस्तावों के साथ-साथ आपसे जलने वाले कुछ ना कुछ खुराफात अवश्य करेंगे। मई के महीने से विवाह के कई प्रस्ताव आपके पास आएंगे, परंतु इन खुराफात करने वालों से आपको सावधान रहना पड़ेगा। सितंबर और अक्टूबर के महीने में कुछ ज्यादा अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होंगे। अगर आपकी दशा और अंतर्दशा विवाह के योग्य है तो इस वर्ष विवाह हो सकता है। उपाय- आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु की शांति का उपाय करवायें। इसके अलावा पुखराज धारण करें।
मकान
इस वर्ष अप्रैल के उपरांत आपके पास खर्च बढ़ सकते हैं। सभी खर्च किसी अच्छे कार्य के होंगे जैसे आप इस अवधि में मकान, जमीन या सुख संबंधी कोई दूसरी चीज खरीद सकते हैं। जून और जुलाई के महीने में आपके पास मकान जमीन कार आज खरीदने का अच्छा शुभ अवसर प्राप्त हो सकता है। उपाय- आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं।
वार्षिक उपाय
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें। विशेष रूप से इस वर्ष आपको साल में दो बार 12000 महामृत्युंजय मंत्र का जाप पूर्ण विधि विधान के साथ किसी विद्वान ब्राह्मण से करवाना चाहिए।