आज मकर संक्रांति से सूर्यदेव उत्तरायण हो गए हैं और तापमान में शनै: शनै: वृद्धि होने से ठंड कम होना आरंभ हो जायेगी। साथ ही आज मकर संक्रांति से दिन बड़े होने लगेंगे। सूर्यदेव के उत्तरायण की यह अवधि लगभग छह महीने तक रहेगी।
मकर संक्रांति साल में पड़ने वाली सभी 12 संक्रांतियों में से सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। मकर संक्रांति को हिन्दू धर्म में दान पुण्य के कार्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण तिथि माना जाता है। इस दिन दान करने का महत्व धर्म शास्त्रों में सबसे विशेष माना गया है।
आज मंगलवार 14 जनवरी को पूरे देश में मकर संक्रांति मनाई जा रही है, आज खरमास समाप्त हो गया है और हिन्दू पंचांग के अनुसार पवित्र माघ मास का भी आरंभ हो गया है। आज से सभी मांगलिक और शुभ कार्य फिर से आरंभ होंगे। आज मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव ने राशि परिवर्तन कर पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश किया है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन स्नान और दान-पुण्य के कार्य के लिए सबसे शुभ माना जाता है।
मकर संक्रांति पर स्नान और दान का अत्यंत महत्व है। इस दिन कंबल, गर्म कपड़े, दरी, जूते, टोपी, तिल, गुड़, खिचड़ी और घी जैसी चीज़ें दान करने से पुण्य मिलता है। शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान से आपके वर्तमान और भविष्य दोनों अच्छे होते हैं। यह दान 10 अश्वमेघ यज्ञ और 1000 गायों के दान के बराबर फल देता है। ऐसा माना जाता है कि इससे जीवन में सफलता और सुख-शांति मिलती है। साथ ही कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों का शुभ प्रभाव भी बढ़ता है। यह दान कितना महत्वपूर्ण है। इससे न केवल पुण्य मिलता है, बल्कि जीवन में सफलता और खुशहाली भी आती है।