कार्तिक पूर्णिमा 2023: देवतागण भी पतित पावनी गंगा में स्नान करने आते हैं धरती पर

सनातन पंचांग के अनुसार वर्ष का आठवां माह कार्तिक मास होता है। भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित कार्तिक मास में पवित्र नदियों में स्नान और दान का विशेष महत्व है। इसके साथ ही कार्तिक मास धन-संपदा प्रदायनी मां लक्ष्मी और तुलसी पूजा के लिए भी समर्पित है।

इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा सोमवार 27 नंवबर 2023 को पड़ेगी। इस दिन स्नान, दान का विशेष महत्व है। पूर्णिमा तिथि रविवार 26 नंवबर 2023 को दोपहर 3:55 बजे आरंभ होगी और 27 नंवबर को दोपहर 2:47 बजे पूर्णिमा तिथि का समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा सोमवार 27 नंवबर 2023 को मनाई जाएगी।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था और भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार लिया था। पौराणिक मान्यता है कि कार्तिक मास में भगवान विष्णु मत्स्यावतार लेकर जल में रहते हैं। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही पूरे महीने सूर्योदय से पूर्व नदी या तालाब में स्नान और दान करने से पापों का नाश होता है और बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है। सनातन मान्यता है कि देवतागण भी कार्तिक पूर्णिमा के दिन पतित पावनी गंगा में स्नान करने धरती पर आते हैं।