Sunday, May 19, 2024
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वृश्चिक राशि का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय
प्रश्न कुंडली एवं वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
सागर,  मध्य प्रदेश- 470004
व्हाट्सएप- 8959594400

वृश्चिक राशि राशि चक्र की आठवीं राशि है। वृश्चिक का अर्थ है बिच्छू। अंग्रेजी में इस राशि को Scorpio कहते हैं। यह राशि 210 अंश से 240 अंश तक रहती है। विशाखा नक्षत्र का अंतिम एक चरण, अनुराधा नक्षत्र के चारों चरण तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर वृश्चिक राशि का निर्माण करते हैं।

इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि की आकृति बिच्छू जैसी होती है। इसका स्वभाव स्थिर है। वृश्चिक राशि की प्रकृति सौम्य है। इस राशि का तत्व जल है, गुण राजसी है, जाति ब्राम्हण है। यह दिन में बलि होती है। यह उत्तर दिशा की स्वामी है। यह राशि कफ प्रकृति की है। शरीर में गुप्तांग और गुदा पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है।

इस राशि के जातक दृढ़ निश्चयी तीक्ष्ण वाणी युक्त एवं स्पष्ट वक्ता होते हैं। शरीर की लंबाई एवं जननेन्द्रिय का विचार भी इस राशि से किया जाता है। वृश्चिक राशि में उत्पन्न व्यक्ति बाल्यावस्था से ही परदेश में रहने वाला, शूरवीर, अभिमानी और साहस से धन प्राप्त करने वाला होता है। इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है। वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।

वृश्चिक राशि के जातक जो जनप्रतिनिधि है उनके लिए पूरा वर्ष उत्तम है। ये इस अवधि में कोई भी इलेक्शन जीत सकते हैं। जून महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक आपको थोड़ी सी परेशानी आ सकती है। अक्टूबर माह के उपरांत जनता में उनकी मान मर्यादा बढ़ेगी।

धन उपार्जन
इस वर्ष आपके पास धन की आवक में कमी आएगी। वर्ष के अधिकांश समय में आपको धन की बहुत कम प्राप्ति होगी। अगर आप परिश्रम करेंगे तो आपको मार्च, अप्रैल, सितंबर और अक्टूबर के महीने में धन की अच्छी प्राप्ति हो सकती है। आपको चाहिए कि आप इस अवधि में पर्याप्त परिश्रम करें, जिससे समय अनुसार आपको अधिक धन मिल सके। उपाय- आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।

कैरियर
अप्रैल तक आपको अपने कैरियर में अपने अधिकारियों की मदद मिलती रहेगी। अप्रैल तक आप की प्रतिष्ठा अपने कार्यालय में बढ़ेगी। परंतु अप्रैल के बाद इसमें कमी आना प्रारंभ हो सकती है। इसके अलावा अगस्त और सितंबर के महीने में भी आपको अपने करियर में कुछ अच्छा प्राप्त हो सकता है। आपको निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए। उपाय- आपको चाहिए कि आप शनिवार को आप शनि मंदिर में जाकर शनि देव का पूजन करें।

भाग्य
इस वर्ष भाग्य से आपको अच्छे मदद प्राप्त होने की उम्मीद कम है। आपको अपने कार्यों को संपन्न करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा। जुलाई और अगस्त के महीने में आपको अपने भाग्य से मदद मिलेगी। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने में भाग्य आपकी बिल्कुल मदद नहीं कर पाएगा। आपको किसी भी कार्य को करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा। उपाय- आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें।

परिवार
आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य मई, जून, जुलाई, अगस्त, नवंबर और दिसंबर महीना में खराब रह सकती है। इन महीना में स्वास्थ्य के प्रति आपको सतर्क रहना चाहिए। आपके पिताजी का स्वास्थ्य इस वर्ष अक्सर खराब रहेगा। जनवरी से अप्रैल तक उनके स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार रहेगा। इसके अलावा अगस्त और सितंबर के महीने में भी उनका स्वास्थ्य थोड़ा सा ठीक होगा। माता जी का स्वास्थ्य अधिकतर ठीक रहेगा। भाई बहनों के साथ आपके संबंध इस वर्ष सामान्य से कम ठीक रहेंगे। भाई बहनों के साथ कोई भी डीलिंग करने में आपको सतर्क रहना चाहिए। उपाय- इस वर्ष आपको अपने संतान से भी कोई विशेष सहयोग प्राप्त नहीं होगा। घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें।

स्वास्थ्य
इस वर्ष आपका स्वास्थ्य सामान्य तौर पर ठीक रहेगा। जनवरी के महीने में आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब होगा। इसके अलावा दिसंबर के महीने में पुनः स्वस्थ में खराबी आएगी। आपको अपने पैरों के बारे में हमेशा सतर्क रहना चाहिए। उपाय- आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

व्यापार
इस वर्ष आपका व्यापार जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, सितंबर और अक्टूबर के महीने में काफी ठीक चलेगा। आपको इस समय का विशेष रूप से उपयोग करना चाहिए। व्यापार में तेजी के लिए भाग्य का भी योगदान होता है। अतः जब भाग्य को अच्छा बताया गया है उसे महीने में अपने व्यापार में वृद्धि करने का प्रयास करें। उपाय- आपको चाहिए कि आप महीने में एक बार सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें।

विवाह
अगर आप अविवाहित है तो इस वर्ष अप्रैल महीने के बाद में विवाह की उत्तम प्रस्ताव आएंगे। मई के महीने में विवाह तय होने के बहुत अच्छे योग हैं। उपाय- आपको इस वर्ष का उपयोग अपना विवाह तय करने में कर लेना चाहिए। आप गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें तथा पुखराज धारण करें।

मकान, कार, जमीन
आपकी कुंडली के गोचर में सुखेश पूरे वर्ष भर विद्यमान रहेगा। इसके कारण आपके सुख में निरंतर वृद्धि होती रहेगी। जनवरी से अप्रैल के बीच में आप कोई बड़ी वस्तु खरीद सकते हैं या आपके परिवार में विवाह जैसा कोई प्रयोजन हो सकता है। उपाय- आपको हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए।

वार्षिक उपाय
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको किसी विद्वान ब्राह्मण से महीने के पूर्णमासी और एकादशी को सुंदरकांड का पाठ कराना चाहिए।

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