नई दिल्ली (हि.स.)। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ने आज मजबूती का नया रिकॉर्ड बना दिया। ये क्रिप्टो करेंसी आज के कारोबार में एक बार 94 हजार डॉलर के स्तर को भी पार कर गई। हालांकि बाद में इसका कीमत में गिरावट आई, जिसके कारण ये आभासी मुद्रा फिसल कर 92,569.35 डॉलर के स्तर पर आ गई।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से ही बिटकॉइन लगातार मजबूत हो रहा है। अमेरिका में चुनाव के बाद 6 नवंबर को जब डोनाल्ड ट्रंप की जीत पक्की हो गई थी, उसी दिन बिटकॉइन ने पहली बार 75 हजार डॉलर के स्तर को पार करने में सफलता पाई थी। उसके बाद से 2 सप्ताह के अंदर ही इस क्रिप्टो करेंसी की कीमत में करीब 19 हजार डॉलर की मजबूती आ चुकी है। भारतीय समय के मुताबिक आज सुबह 6:40 बजे क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन 94,002.87 के रिकॉर्ड हाई लेवल तक पहुंचा हुआ था। हालांकि इसके बाद बिटकॉइन के भाव में तेज गिरावट भी दर्ज की गई। भारतीय समय के मुताबिक शाम 4 बजे ये क्रिप्टो करेंसी 92,569.35 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही थी।
क्रिप्टो करेंसी मार्केट के एक्सपर्ट्स का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के बाद बिटकॉइन 1 लाख डॉलर के स्तर को भी पार कर सकता है। इस साल इस क्रिप्टो करेंसी की कीमत में लगभग 55,500 डॉलर की तेजी आ चुकी है। जनवरी में ये क्रिप्टो करेंसी 38,500 डॉलर के स्तर के आसपास कारोबार कर रही थी, लेकिन आज इसने 94 हजार डॉलर के स्तर को भी टच कर लिया।
मार्केट एक्सपर्ट रविंद्र जुनेजा का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान क्रिप्टो करेंसी मार्केट के लिए बेहतर माहौल बनाने की बात कई बार कही थी। अब इस बात की भी चर्चा है कि ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप क्रिप्टो ट्रेडिंग कंपनी बैक्ट (बीएकेकेटी) का अधिग्रहण करने वाली है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बातचीत फाइनल स्टेज तक पहुंच गई है और कभी भी बैक्ट के अधिग्रहण का ऐलान किया जा सकता है। इस खबर की वजह से इस बात की भी उम्मीद की जा रही है कि ट्रंप के शासनकाल के दौरान क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए बेहतर माहौल बन सकेगा। इस उम्मीद की वजह से भी बिटकॉइन में रफ्तार पकड़ ली है। इसके साथ ही नैस्डेक पर बिटकॉइन की ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू हो जाने के कारण भी इस आभासी मुद्रा की मजबूती बढ़ी है।
रविंद्र जुनेजा का कहना है कि अपने चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन को रेगुलर ट्रेडिंग का दर्जा देने का संकेत भी दे चुके हैं। इसके साथ ही ट्रंप क्रिप्टो करेंसी मार्केट पर नजर रखने के लिए रेगुलेटर नियुक्त करने की बात भी कह चुके हैं। अगर अमेरिकी प्रशासन इस तरह के कदम उठाता है तो इससे क्रिप्टो करेंसी की वैधता पर उठने वाले सवाल भी कम हो जाएंगे और निवेशकों का इसके प्रति विश्वास भी बढ़ेगा। यही वजह है कि मार्केट एक्सपर्ट बिटकॉइन की कीमत में अभी और तेजी आने की संभावना देख रहे हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि रिटेल इन्वेस्टर्स को इस तरह की तेजी के समय बहुत संभल कर अपनी निवेश योजना बनानी चाहिए। अन्यथा उन्हें भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है।