नई दिल्ली (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना ने आज मजबूती का नया रिकॉर्ड बना लिया। सोने की कीमत आज 2,778.79 डॉलर प्रति ऑन्स के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच गई। माना जा रहा है कि अमेरिका में अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के पहले निवेशकों ने इक्विटी मार्केट से पैसा निकाल कर गोल्ड मार्केट में पैसा लगाना शुरू कर दिया है, ताकि चुनाव में किसी भी तरह की उलटफेर होने की स्थिति में भी उनका इन्वेस्टमेंट सुरक्षित रहे। सोने की मांग में आई तेजी की वजह से ही इसकी कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी से घरेलू सर्राफा बाजार में भी लगातार तेजी का रुख बना हुआ है।
जानकारों का कहना है कि इंटरनेशनल मार्केट में अभी काफी अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। जियो पॉलिटिकल टेंशन के कारण निवेशकों में पहले से ही अपने पैसे को चिंता बनी हुई है। इसके साथ ही अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाले मुकाबले में किसी की भी जीत अमेरिका की आर्थिक नीतियों को काफी प्रभावित करेंगे। इस वजह से अमेरिका में फिलहाल राजनीतिक के साथ ही आर्थिक अनिश्चितता की स्थिति भी बनी हुई है।
कोठारी सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ एनालिस्ट रणदीप गुहा के अनुसार अमेरिका में अगले कुछ दिनों में अर्थव्यवस्था से जुड़े कई प्रमुख आंकड़े भी आने वाले हैं। इनमें सबसे पहले अमेरिकी इकोनॉमी की जीडीपी ग्रोथ का डाटा आने वाला है। इससे अर्थव्यवस्था की स्थिति का पता चल सकेगा, जिसका असर अगले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक पर भी असर पड़ेगा। माना जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में एक बार फिर कटौती कर सकता है। ऐसा होने से सोने की कीमत को और सपोर्ट मिलेगा।
बुलियन मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में आने वाली कोई भी तेजी घरेलू सराफा बाजार पर भी असर डालेगी। आज घरेलू सर्राफा बाजार में सोना 80,460 रुपये से लेकर 80,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह 22 कैरेट सोना 73,760 रुपये से लेकर 73,910 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा था। सिर्फ एक दिन में ही इसकी कीमत में 620 रुपये से लेकर 670 रुपये तक का इजाफा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी के साथ ही त्योहारी सीजन के कारण घरेलू डिमांड में हुई बढ़ोतरी ने भी सोने की कीमत को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
अगर पिछले एक साल के ट्रेंड पर नजर डालें तो सोने की कीमत में 30 प्रतिशत से भी अधिक की तेजी आई है। सर्राफा बाजार में हाजिर सोने के भाव में तो तेजी आई ही है, एमसीएक्स पर भी सोना लगातार नहीं ऊंचाई छू रहा है। खासकर, धनतेरस पर इन्वेस्टर्स ने सोने में लॉन्ग पोजिशन बनाई है। इससे सर्राफा बाजार में सोने की कीमत को और सपोर्ट मिला है।
मयंक मोहन के अनुसार फिलहाल सोने को निचले स्तर पर 77 हजार रुपये के स्तर पर सपोर्ट मिला हुआ है, जबकि ऊपरी स्तर पर 81,500 प्रति 10 ग्राम के लेवल पर रेजिस्टेंस बना हुआ है। इसके बावजूद आने वाले दिनों में सोने की कीमत में और तेजी आ सकती है। विशेष रूप से वेडिंग सीजन के दौरान मांग में बढ़ोतरी होने की वजह से भी सोने की कीमत में तेजी आने की संभावना बनी हुई है। हालांकि बीच-बीच में सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में करेक्शन भी आ सकता है। करेक्शन के इन मौकों पर प्रोफेशनल इनवेस्टर तो पैसा लगाने की बात सोच सकते हैं, लेकिन फिलहाल छोटे और खुदरा निवेशकों को सोने की खरीद से तब तक दूर रहना चाहिए, जब तक कि अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ ही घरेलू बाजार में भी सोने की कीमत में स्थिरता का माहौल नहीं बन जाता है।