नई दिल्ली (हि.स.)। प्राइवेट सेक्टर के बैंक एचडीएफसी ने दिवाली के तुरंत बाद कुछ खास अवधि वाले लोने के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) 0.05 प्रतिशत बढ़ाने का ऐलान करके अपने ग्राहकों को करारा झटका दिया है। एमसीएलआर में बढ़ोतरी होने से लोन पर पहले की तुलना में ज्यादा ब्याज चुकाना होगा, जिससे लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। एमसीएलआर की बढ़ी हुई नई दर आज से ही प्रभावी हो गई है।
बैंक के अनुसार एचडीएफसी का ओवरनाइट एमसीएलआर अब 9.10 प्रतिशत से बढ़ कर 9.15 प्रतिशत हो गया है। इसी तरह एक महीने के एमसीएलआर को 9.15 प्रतिशत से बढ़ा कर 9.20 प्रतिशत कर दिया गया है। हालांकि 3 महीने, 6 महीने, 1 साल, 2 साल और 3 साल की अवधि वाले एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
बैंक के एमसीएलआर में बदलाव होने से पर्सनल लोन, होम लोन, ऑटो लोन समेत हर तरह के फ्लोटिंग लोन की ईएमआई पर असर पड़ेगा। एमसीएलआर तय करते समय रेपो रेट, डिपॉजिट रेट, कैश रिजर्व रेशियो और ऑपरेशनल कॉस्ट जैसे फैक्टर्स की गणना की जाती है। खासकर रेपो रेट की इसमें सबसे अहम भूमिका होती है। आमतौर पर रेपो रेट में बदलाव होते ही एमसीएलआर में भी बदलाव हो जाता है।